लखनऊ: सपा और बसपा गठबंधन को 'ठगबंधन' कहते हुये प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव ने मंगलवार को कहा कि दोनों पार्टियों के प्रमुखों की धोखा देने की आदत है.


यादव ने मंगलवार को पार्टी के लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित कार्यालय में बातचीत करते हुये कहा कि सपा और बसपा के बीच यह गठबंधन नहीं बल्कि ठगबंधन है, क्योंकि एक ने अपने पिता और चाचा को धोखा दिया जबकि दूसने ने अपने भाई को.


लोकसभा चुनाव में पार्टी रणनीति के बारे में शिवपाल ने कहा कि उनकी पार्टी के पास 'मास्टर चाभी' है, जिसके बिना केंद्र में कोई सरकार नहीं बन सकती है. उन्होंने कहा कि हम सेक्युलर पार्टियों के साथ गठबंधन की बात कर रहे है जिसके बारे में जल्द ही आप लोगों को बताया जायेगा. उन्होंने दावा किया कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रदेश में बहुत मजबूती के साथ उभर रही है और लोग उसका समर्थन कर रहे हैं. केवल हमारी पार्टी ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है.


उनसे जब इवीएम विवाद के बारे में पूछा गया तो शिवपाल ने कहा कि अगर कई राजनीतिक पार्टियां इस पर सवालिया निशान लगा रही है तो मतपत्र से चुनाव करवा लेना चाहिए.
पार्टी कार्यालय में कई मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने प्रसपा का दामन थामा.


बता दें कि कुछ दिन पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया था कि शिवपाल की पार्टी में भारतीय जनता पार्टी का पैसा लगा है और यह पैसा बरबाद जायेगा.