बदांयू: संयुक्त प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ सुलह होने की सारी अटकलों पर विराम लगा दिया है. शिवपाल ने कहा कि अगले चुनाव में सपा से किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा. शिवपाल ने कहा, '' 2022 के विधानसभा चुनाव में समय आने पर समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन के रास्ते खुले रहेंगे, लेकिन सपा से कोई समझौता नहीं होगा.''


शिवपाल पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शामिल भंडार कुआं निवासी अंजुम रजा के निधन पर उनके परिवार वालों को सांत्वना देने बुधवार को यहां उनके घर पहुंचे थे.


इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव पर निशाना साधा और कहा कि सपा को कमजोर करने और तोड़ने के पीछे रामगोपाल यादव का षड्यंत्र था.


समाजवादी पार्टी ने शिवपाल को दिया था ये ऑफर
हाल ही में सपा ने कहा था कि शिवपाल यादव अगर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपालो) का सपा के साथ विलय करने को राजी हो जाएं, तब विधानसभा सदस्य के रूप में उन्हें अयोग्य करार दिए जाने की मांग वाली अर्जी वापस लिए जाने पर विचार करेगी. वरिष्ठ सपा नेता और नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने 13 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष को शिवपाल के खिलाफ अर्जी दी थी. शिवपाल सदन में सपा के विधायक हैं, फिर भी अपनी अलग पार्टी चला रहे हैं.


अखिलेश यादव ने दिए थे एक होने के संकेत
उससे पहले अखिलेश यादव ने बातों बातों में सपा-प्रसपा के एक हो जाने के संकेत दिए थे. एक संवाददाता सम्मेलन में चाचा शिवपाल यादव को पार्टी में वापस लेने के सवाल पर अखिलेश ने था कहा कि उनके परिवार में परिवारवाद नहीं, बल्कि लोकतंत्र है. उन्होंने कहा कि जो अपनी विचारधारा पर चलना चाहे वह स्वतंत्र है और जो आना चाहे उसे वह पार्टी में आंख बंद करके शामिल कर लेंगे.


अखिलेश ने कहा था, ''सपा के दरवाजे सबके लिए खुले हैं, परिवार एक है, कोई अलग नहीं है. हमारे ऊपर आरोप लगते हैं, लेकिन परिवार में कोई फूट नहीं है. यहां पर लोकतंत्र है. हमारा परिवार अलग नहीं है. जो जिस विचारधारा में जाना चाहे जाए और जो वापस आना चाहता है आए. यहां सबके लिए दरवाजे खुले हैं. जो आना चाहे, उसे शामिल कर लेंगे."


शिवपाल ने कहा था- कुछ लोग नहीं चाहते परिवार और पार्टी में एकता रहे
इस पर शिवपाल ने कहा था, "परिवार में एकता की पूरी गुंजाइश है, लेकिन कुछ लोग साजिश रचते हैं और वे नहीं चाहते कि परिवार और पार्टी में एकता रहे."


मुलायम सिंह को लेकर क्या बोले शिवपाल?
मुलायम सिंह से संबंधों के बारे में उन्होंने कहा कि वह पहले भी नेता जी के साथ थे और आज भी साथ हैं. "पार्टी के लिए लंबे समय तक मुलायम सिंह यादव के साथ काम किया और संघर्ष के बाद पार्टी खड़ी की है. मगर यह नहीं सोचा था कि पार्टी में आज यह हाल हो जाएगा."


आजम खान मामले पर भी रखी अपनी बात
शिवपाल ने आजम खान के मामले में कहा कि यह बदले की भावना से हो रही कार्रवाई है, और आजम के साथ सरकार ने ठीक नहीं किया है.


योगी सरकार पर साधा निशाना
प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए शिवपाल ने कहा, "योगी सरकार में भ्रष्टाचार और गुंडाराज बढ़ा है. अपराधियों और दुष्कर्मियों को सरकार में शरण मिल रही है. प्रदेश के थाने बीजेपी नेता चला रहे हैं. अफसर सरकार के इशारे पर मनमानी कर रहे हैं. देश और प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी का माहौल है."


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