यूपी: विधानसभा उपचुनाव नहीं लड़ेगी शिवपाल की पार्टी, संगठन को मजबूत करने पर रहेगा जोर
शिवपाल सिह यादव ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रसपा को मुख्य मुकाबले में लाने का दावा किया है. इस बार प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया उत्तर प्रदेश में 13 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी.
लखनऊ: सपा से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में 13 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. शिवपाल सिंह यादव ने कहा, "उपचुनावों में लड़ने के बजाय हम प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत करने पर फोकस करेंगे और 2022 विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी करेंगे."
पार्टी हालांकि प्रदेश में विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्र संघ के चुनावों में हिस्सा लेगी. प्रसपा युवाओं में अपनी पैठ बढ़ाना चाहती है, जिससे समाजवादी पार्टी (सपा) के वोट आधार में कमी आई है.
पार्टी का संरचनात्मक संगठन मजबूत करने के लिए शिवपाल प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं. उन्होंने आठ अगस्त को लखनऊ में योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ विशाल विरोध प्रदर्शन किया था. इसके अगले दिन सपा ने भी इसी मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया था.
बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि सभी राजनीतिक दलों को 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रसपा की ताकत का अहसास हो जाएगा. प्रदेश बिना प्रसपा के किसी की भी सरकार नहीं बनेगी, 2019 लोकसभा चुनाव से हमारी पार्टी ने बड़ी सीख ली है. शिवपाल का कहना है कि लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाने के कारण अपेक्षित नतीजे प्राप्त नहीं हो सके.