यूपी: लोकसभा चुनाव को लेकर सपा-बसपा का बड़ा फैसला, दोनों पार्टियां साथ मिलकर बनाएंगी चुनावी रणनीति
बसपा के मंडल जोन प्रमुख भीमराव अंबेडकर ने बताया कि बसपा की आठ मार्च से जिलेवार बैठकें शुरू होने जा रहीं है जिसमें सपा के जिले की पूरी कमेटी को आमंत्रित किया गया है. बैठकों में दोनों पार्टियों के कार्यकतार्ओं को बताया जाएगा कि चुनाव में कैसे गठबंधन के उम्मीदवार को जिताएं.
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के गठबंधन के बाद जमीनी स्तर पर भी दोनों पार्टियां एक होने का संदेश देने जा रही हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के पूरे जिलों में बैठकों के कार्यक्रम का खाका तैयार किया गया है जिसमें सपा और बसपा के कार्यकर्ता शामिल होंगे.
बसपा की मंडलीय बैठकें आठ मार्च से 13 मार्च तक होंगी और इसमें सपा के मंडल और जिला कमेटी के लोग भाग लेंगे.
बसपा के मंडल जोन प्रमुख भीमराव अंबेडकर ने बताया कि बसपा की आठ मार्च से जिलेवार बैठकें शुरू होने जा रहीं है जिसमें सपा के जिले की पूरी कमेटी को आमंत्रित किया गया है. बैठकों में दोनों पार्टियों के कार्यकतार्ओं को बताया जाएगा कि जहां सपा के प्रत्याशी चुनाव लड़े वहां बसपा के लोग पूरी ताकत से चुनाव लड़ाएं और उसे जीताने का काम करें. वहीं, जहां बसपा के लड़े वहां सपा के लोग भी यही प्रयास करें. दोनों पार्टी के लोग मिलकर गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताने का प्रयास करें.
उन्होंने बताया कि "ईवीएम मशीन और वीवीपैट के लिए कार्यकर्तार्ओं को खासकर तौर पर जागरूक किया जाएगा जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो पाए. वीवीपैट में निकलने वाली पर्ची में कौन सा चुनाव चिन्ह आया है. इस पर भी पैनी निगाह रखनी होगी. बैठक में हमारे मंडल और जिला, विधानसभा कमेटी के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने बताया, "जिला स्तर और विधानसभा स्तर पर जो बैठकें होंगी. उसमें सपा-बसपा के जिले के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मिलकर आपस में तालमेल बैठाकर चुनावी रणनीति तैयार करेंगे. गठबंधन के प्रत्याशी को जीताने का प्रयास करेंगे."