नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के रामपुर से सामाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आजम खान के बाद उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने बीजेपी उम्मीदवार जयाप्रदा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रामपुर में प्रचार के आखिरी दिन अब्दुल्ला ने एक रैली में जयाप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा, ''अली भी हमारे, बजरंगबली भी हमारे. हमें अली भी चाहिए, बजरंगबली भी चाहिए लेकिन अनारकली नहीं चाहिए.


रामपुर सीट से सपा प्रत्याशी आजम खान के अपनी प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा के खिलाफ कथित रूप से बेहद व्यक्तिगत अभद्र टिप्पणी किए जाने का एक वीडियो सामने आया था. हालांकि, आजम खान ने इस वीडियो में जयाप्रदा का नाम नहीं लिया है. आजम खान के इस बयान पर बवाल हुआ तो उन्होंने सफाई दे दी.

जयाप्रदा और आज़म खान के रामपुरी झगड़े को आप भूले नहीं होंगे. ये बात 2009 के लोकसभा चुनाव की है. तब अमर सिंह समाजवादी पार्टी के चाणक्य हुआ करते थे. आज़म खान के ज़बरदस्त विरोध के बावजूद मुलायम सिंह ने जयाप्रदा को टिकट दे दिया. वे लोकसभा चुनाव लड़ने रामपुर पहुंच गईं. आज़म खान और उनके समर्थकों ने उन्हें हराने के लिए सारे घोड़े खोल दिए. जयाप्रदा को आजम ने ‘नचनिया’ से लेकर ‘घुँघरू वाली’ तक कहा. पूरे शहर में उनकी फ़िल्मों के अंतरंग दृश्यों के पोस्टर तक लगाए गए. लेकिन जयाप्रदा घूम घूम कर वोटरों के बीच आज़म खान को भैया कहती रहीं.

उत्तर प्रदेश की रामपुर लोक सभा सीट पर लगभग 1668473 मतदाता हैं जिनमें लगभग 53 प्रतिशत पुरुष मतदाता और 46 प्रतिशत महिला मतदाता हैं. इस लोकसभा सीट में मिलक, स्वार टांडा, चमरौआ, रामपुर और बिलासपुर पांच विधान सभा क्षेत्र शामिल हैं.

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