रामपुर: सपा सांसद आज़म खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में रामपुर की जिला अदालत ने आजम के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. लोक सभा चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में एडीजे 6 की अदालत से वारंट जारी किया गया है. इस मामले में अगली सुनवाई 26 नवंबर को होगी.


सरकारी वकील रामौतार सैनी से आजम खान के खिलाफ जारी हुए गैर जमानती वारंट के बारे में बताते हुए कहा कि सपा सांसद के खिलाफ एडीजी 6 कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. 4 अप्रैल 2019 को समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष अखिलेश कुमार द्वारा प्रशासन से रोड शो करने की अनुमति मांगी गई थी, शासन द्वारा उन्हें दोपहर 12:00 से रात्रि 8:00 बजे तक की अनुमति दी गई थी, लेकिन जो निर्धारित समय अवधि थी उस अवधि के बाद भी रोड शो किया गया.


उड़न दस्ते के प्रभारी डॉ पवन कुमार ने दर्ज कराया था मामला


उस समय के उड़न दस्ते के प्रभारी डॉ पवन कुमार द्वारा इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, इसमें सांसद आजम खान को और सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार को अभियुक्त बनाया गया था. इसमें अखिलेश कुमार द्वारा कोर्ट से अपनी जमानत करा ली गई, लेकिन आजम खान द्वारा संबंध प्राप्त होने के बाद भी बीडब्लू वारंट जारी होने के बाद भी उपस्थित नहीं हुए. इसलिए कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी किया गया है.


बढ़ सकती हैं आजम खान की परेशानियां, हो सकती है गिरफ्तारी


सरकारी वकील रामौतार सैनी ने कहा इसमें आजम खान की परेशानियां बढ़ सकती हैं, क्योंकि गैर जमानती वारंट का मतलब होता है ,गिरफ्तारी वारंट, पुलिस उनको गिरफ्तार भी कर सकती है. अब इस मामले पर कोर्ट ने अगली तारीख 26 नवंबर निर्धारित की है. अब देखना होगा कि 26 नवंबर को आजम खान कोर्ट में उपस्थित होते हैं या नहीं.


बता दें कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सहित अखिलेश यादव भी आजम खान के बचाव में आ चुके हैं. समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा उपचुनावों के पहले कहा था, "आजम खान को इसलिए परेशान किया जा रहा है, ताकि हमारे नेता कमजोर हों, पार्टी कमजोर हो और हमारी सरकार न बन सके." अखिलेश ने एक चुनावी जनसभा में कहा, "आजम खान पर बहुत जुल्म किया जा रहा है. इन्होंने ईमानदारी से सेवा की, इसलिए इन्हें दुख दिया जा रहा. वे लोग ऐसा इसीलिए कर रहे हैं, ताकि हमारे नेता और पार्टी कमजोर हो जिससे हमारी सरकार न बन सके. लेकिन रामपुर की जनता डरने वाली नहीं है."


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