सपा बसपा के अलग होने से दोनों में से किसी को फायदा नहीं होने वाला- सपा सांसद
गठबंधन को मंगलवार उस समय झटका लगा, जब बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी. इसके बाद अखिलेश ने भी कहा कि सपा भी अकेले दम पर चुनाव लड़ने को तैयार है.
संभल: समाजवादी पार्टी और बसपा के गठबंधन के टूटने की ख़बरों के बीच संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि मायावती जो कुछ कह रही हैं अगर समाजवादी पार्टी के अंदर ऐसी कोई कमी है तो हम समाजवादी लोग एक साथ बैठ कर उसे सुधारेंगे.
डॉ बर्क ने कहा की जब यूपी विधान सभा के उपचुनाव में मायावती और अखिलेश यादव अलग अलग अपने अपने प्रत्याशी उतारेंगे तो गठबंधन तो खुद ही ख़त्म हो जायेगा और इस से कोई फ़ायदा नहीं होगा.
बर्क को लगता है कि गठबंधन में दरार की वजह लोक सभा चुनाव में सपा का कमज़ोर होना और बसपा का मज़बूत होना एक वजह है. लोक सभा चुनाव में सपा की पांच सीटों के मुकाबले बसपा की दस सीट आने से मायावती को महसूस हो रहा है की वो ज़्यादा ताकतवर हैं. बर्क का मानना है की सपा बसपा के अलग-अलग होने से दोनों में से किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला है.
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से गठबंधन टूटने के संकेत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि यह एक प्रयोग था, कई बार सफलता नहीं मिलती लेकिन कमी का पता चल जाता है.
अखिलेश ने कहा, "तो यह ठीक है कि ट्रायल होता है, कई बार कामयाब नहीं होते हैं लेकिन कम से कम आपको कमी पता चल जाती है."
उन्होंने कहा, "मैं आपको भरोसा दिला सकता हूं कि आदरणीय मायावती के लिए जो मैंने पहले दिन कहा था, पहले प्रेस कांफ्रेंस में कि उनका सम्मान मेरा सम्मान होगा. आज भी मैं वही बात कहता हूं."
अखिलेश ने कहा, "और जहां तक सवाल गठबंधन का है, अकेले लड़ने का है क्योंकि अब राजनीति में रास्ता खुला है और अगर उपचुनाव में अकेले अकेले लड़ रहे हैं तो मैं पार्टी के सभी नेताओं से सलाह- मशविरा करके आगे की रणनीति की दिशा में काम करूंगा."
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