लखनऊ: योगी सरकार ने सावन माह में होने वाली कांवड़ यात्रा को इस बार भव्य तरीके से आयोजित कराने का निश्चय किया है. सावन की शुरुआत होते ही 17 जुलाई से कांवड़िए बम-बम भोले, हर-हर महादेव के जयकारे लगाते हुए नजर आने लगेंगे. इस बार सरकार ने यात्रा मार्ग में शराब की बिक्री और बूचड़खानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा रखा है. राज्य सरकार के मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाडेय ने कहा कि "यात्रा के पहले जर्जर सड़कें और विद्युत व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी. कांवड़ मार्ग को साफ करने और श्रद्घालुओं पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाने के आदेश दिए गए हैं.डीजे पर प्रतिबंध नहीं लगेगा, लेकिन सिर्फ भजन बजने चाहिए, फिल्मी गानों की अनुमति नहीं है. यात्रा के दौरान थर्मोकोल और पॉलीथिन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के आदेश दिए गए हैं."


पांडेय ने कहा, "कांवड़ यात्रा में आठ हजार जवानों को तैनात किया जाएगा. कांवड़ मार्ग पर हर पांच किलोमीटर के दायरे में यूपी-100 की पीसीआर खड़ी रहेगी. यूपी-100 का रेस्पांस टाइम पूरे प्रदेश में 23 मिनट से घटाकर 14 मिनट किया गया है. कांवड़ यात्रा में यह रेस्पांस टाइम घटाकर 10 मिनट किया जाएगा."


उन्होंने कहा, "कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पुलिस कंट्रोल रूम को उत्तर प्रदेश के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा, ताकि इन सभी राज्यों की पुलिस में समन्वय रहे. इसके अलावा विशेष तौर पर उत्तराखंड सरकार से भी विस्तार से चर्चा की गई है, क्योंकि लाखों की संख्या में शिवभक्त हरिद्वार और गोमुख जाते हैं."


सरकार ने शिवभक्तों के लिए प्रदेशस्तर पर कांवड़ यात्रा मैनेजमेंट एप तैयार किया है. इस एप में शिवभक्तों के लिए शिविर, एंबुलेंस, पुलिस थाने से लेकर सभी प्रकार की सुविधाओं की जानकारी मौजूद रहेगी. इस एप की निगरानी प्रदेशस्तर पर बैठे उच्चाधिकारी करेंगे.


पांडेय ने बताया कि शिव मंदिरों में स्वच्छता, उचित पेयजल, बिजली और सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, और अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए भीड़ भरे स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.


उल्लेखनीय है कि कांवड़ में जल भरने का शुभ समय 18 जुलाई को द्वितीया तिथि के दौरान सुबह सुयरेदय से लेकर सूर्यास्त तक है. इस दौरान 18 जुलाई की रात से एनएच-58 पर भारी वाहनों का डायवर्जन किया जाएगा. 23 जुलाई से हाइवे पर वनवे व्यवस्था और 26 जुलाई से राजमार्ग को बंद करना प्रस्तावित है. रोडवेज और प्राइवेट बस अड्डे 19 जुलाई से शिफ्ट करने की योजना है. यह डायवर्जन 31 जुलाई की शाम तक प्रभावी रहेगा. कांवड़ियों की संख्या के आधार पर इसमें बदलाव भी किया जा सकता है.


हिंदू धर्म में सावन महीना शिव भक्तों के लिए काफी अहम माना जाता है. इसी महीने में भक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं.शिव भक्त इस दौरान लाखों की संख्या में हरिद्वार और गंगोत्री सहित अनेक धामों की यात्रा करते हैं. सावन का महीना भगवान शिव का महीना होता है, इसलिए भक्तजन इस महीने में विशेष व्रत रखते हैं, और शिव की पूजा-अर्चना करते हैं.