लखनऊ:यूपी में बीजेपी विधायक अशोक चंदेल के मर्डर की सुपारी लेने वाले चार बदमाश पकड़े गए. वाराणसी में विकास सिंह गौंडे गैंग और एसटीएफ़ के बीच फ़ायरिंग हुई. गोली बारी के बाद कुख्यात अपराधी चंदन सोनकर समेत चार लोग पकड़े गए. जबकि मोनू सिंह समेत तीन अपराधी भागने में कामयाब रहे. चंदन पर यूपी पुलिस ने 50 हज़ार रूपयों का ईनाम रखा था. इस गैंग ने हमीरपुर के बीजेपी एमएलए को मारने की सुपारी ली थी.


बीजेपी विधायक अशोक सिंह चंदेल को मारने की सुपारी हमीरपुर के ही अजय शुक्ल उर्फ़ अजय हड्डी ने दी थी. ये डील जेल में हुई. प्रतापगढ़ का कुख्यात अपराधी विकास सिंह गौंडे अभी हमीरपुर जेल में बंद है. अजय ने उससे जेल में मुलाक़ात कर विधायक को मारने का ठेका दिया. फिर विकास ने अपने शार्प शूटरों को हमीरपुर जेल बुलाया. मुलाक़ात में ही तय हुआ कि सबसे पहले विकास पेशी के दौरान फ़रार हो जाएगा. इसके लिए तीन तरह की तैयारी हुई. एक ग्रूप ने जहरीली मिठाई खिला कर पुलिस वालों को बेहोश करने का प्लान बनाया .दूसरे ग्रूप ने मिर्ची पाउडर डाल कर भागने की तैयारी की. अगर दोनों योजना फ़ेल रही तो फिर तीसरे ग्रूप को फ़ायरिंग कर विकास को भगाने का टास्क दिया गया. 28 अगस्त को वो पेशी पर जौनपुर भी आया. लेकिन विकास भागने में कामयाब नहीं हो पाया.


योजना ये बनी थी कि जेल से भागने के बाद विकास गौडें अपने गैंग के साथ बीजेपी विधायक अशोक चंदेल की हत्या कर देगा. गैंग में कौन क्या करेगा ?
एमएलए की हत्या, कहां और कैसे करनी है? इस पर रिसर्च और रेकी कर ली गई थी. लेकिन विकास पेशी में कोर्ट से फ़रार नहीं हो पाया. इसके बाद विकास के दाहिने हाथ माने जाने वाले चंदन की परेशानी बढ़ गई.


यूपी की एसटीएफ़ के आईजी अमिताभ यश बताते हैं कि उनकी कई टीमें गैंग को लगातार फ़ॉलो कर रही थीं. इसी दौरान एक मुखबिर ने चंदन और उसके साथियों के कैंट इलाक़े में होने की बात सामने आई. इस जानकारी पर एसटीएफ़ की टीम मैके पर पहुंची. 50 हज़ार का ईनामी चंदन सोनकर पकड़ लिया गया. आज़मगढ़ के रहने वाले उसके दो साथी अखिलेश और अभिषेक सिंह भी गिरफ़्तार हुए. जौनपुर का रहने वाला उत्सव सिंह भी एसटीएफ़ से नहीं बच पाया. लेकिन तीन अपराधी बच निकले. क़रीब डेढ़ साल पुरानी योगी सरकार में बीजेपी के विधायक की हत्या की सुपारी लेने की ये पहली घटना है.