यूपी: STF ने इंडियन आर्मी के भगोड़े जवान को दबोचा, सेना में भर्ती के नाम पर 150 लोगों के साथ कर चुका है करोड़ो की ठगी
बता दें कि इस ऑपरेशन को मिलेट्री इंटिलिजेंस और कैंट थानाध्क्षय के सहयोग से अंजाम दिया गया. गिरफ्तार युवक के पास से लिकर कार्ड, ब्लैंक चेक, पैनकार्ड, 2550 रुपए और वैगनआर कार बरामद हुई है.
कानपुर: यूपी एसटीएफ की कानपुर यूनिट को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने जाल बिछाकर इस भगौड़े फौजी को सर्किट हॉउस तिराहे से गिराफ्तार किया है जो अंतरराज्यीय स्तर पर सेना में भर्ती कराने के नाम पर 150 लोगों के साथ करोड़ो रुपए की ठगी कर चुका है. इसका नाम है आलोक कुमार अवस्थी है जो इंडियन आर्मी से भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद फर्जी जूनियर कमीशन अधिकारी (जे.सी.ओ) बनकर सेना में नौकरी लगवाने का झांसा देता था और तीन से पांच लाख रुपए की वसूली करता था.
आलोक उन्नाव के बीघापुर थाना क्षेत्र के रैथाना गांव में रहना वाला है. आलोक कुमार अवस्थी के पास से इंडियन अर्मी का परिचय पत्र मिला है जिस पर आर्मी संख्या नंबर भी लिखा है. ये परिचय पत्र 8 जून 2010 को मद्रास इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर द्वारा एसपीआर पोस्ट के लिए जारी किया गया था. इसके साथ ही इसके पास से लिकर कार्ड, ब्लैंक चेक, पैनकार्ड, 2550 रुपए और वैगनआर कार बरामद हुई है. मिलेट्री इंटिलिजेंस और कैंट थानाध्क्षय के सहयोग से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.
आलोक कुमार अवस्थी फर्जी जूनियर कमीशन अधिकारी बनकर अपने दोस्तों व रिश्तेदारों लोगों को संपर्क करता था. अपना परिचय पत्र और लिकर कार्ड दिखा कर झांसे में लेता था कि सेना में नौकरी लगवा दूंगा. अपने लिकर कार्ड से कैंटीन से सामान की खरीददारी भी कराता था. इंटरनेट और वाट्सएप के माध्यम से फोटो भेजता था कि सेना में कर्नल और बड़े अधिकारियों से कैसे संबध हैं. परिवार के सदस्यों को सेना में भर्ती कराने का झांसा देता था.
आलोक कुमार अवस्थी नौकरी लगवाने के नाम पर तीन से पांच लाख रुपए की डिमांड करता था. कुछ लोगों से एकांउट में पैसा लेता था तो कुछ लोगो से कैश पेमेंट लेता था. इसके द्वारा उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, बिहार में बड़ी संख्या में लोगों से ठगी की गई. इसके द्वारा 150 से अधिक लोगों के साथ ठगी करने की बात कुबूल की है.