लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में छात्रों के लिए योग को अनिवार्य करने के बाद, योगी आदित्यनाथ सरकार ने अगले छह महीनों के भीतर 1.5 लाख प्राथमिक स्कूलों में दाखिला लेने वाले 1.5 करोड़ से अधिक बच्चों के लिए बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाने की प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने घोषणा की है कि छात्र अब "सुबह 8 बजे से 1 बजे के बीच बायोमेट्रिक अटेन्डेंस लगा सकते हैं."
मंत्री ने कहा कि प्रणाली उपस्थिति की जांच करेगी और ड्रॉपआउट दर को नीचे लाएगी. यह सुविधा फर्जी दाखिले जैसी विसंगतियों की जांच करने में भी मदद करेगी.
द्विवेदी ने कहा, "प्राथमिक विद्यालयों में भर्ती छात्रों की संख्या बहुत ज्यादा है, इसलिए हमने अटेन्डेंस लगाने के समय को लचीला रखा है. पंचायती राज विभाग बायोमेट्रिक प्रणाली का प्रभावी रूप से काम करना सुनिश्चित करेगा."
स्कूल के कर्मचारी भी बायोमेट्रिक सिस्टम से अपनी हाजिरी लगाएंगे.
द्विवेदी ने कहा कि पंचायती राज अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सफाईकर्मियों द्वारा हर दिन विद्यालय परिसर की सफाई किया जाना सुनिश्चित करें.
बेसिक शिक्षा विभाग ने हाल ही में आंध्र प्रदेश, गुजरात और दिल्ली में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस मॉडल के कार्यान्वयन का अध्ययन करने के लिए एक टीम भेजी थी.
एक अधिकारी ने कहा, "यह अच्छे परिणाम दे रहा है. हम विनिर्देशों को अंतिम रूप देने के चरण में हैं."
पंचायती राज सचिव, राजस्व अधिकारियों और आशा कार्यकर्ताओं जैसे गैर-शिक्षा अधिकारियों के लिए बायोमेट्रिक अटेन्डेंस के संबंध में मुख्यमंत्री को एक प्रस्ताव सौंपा गया है.
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