नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम आ गए हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का प्रदर्शन एक बार फिर कई सवाल खड़े कर गया. सबसे खराब प्रदर्शन कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में रहा है, यहां पार्टी सिर्फ एक सीट पर अपी साख बचाने में कामयाब हो पाई. वो सीट है रायबरेली जहां से सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ा था. इस बीच अब इस्तीफों का दौर चल पड़ा है.
अमेठी में कांग्रेस की हार के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष योग्रेंद्र मिश्र ने राहुल गांधी को इस्तीफा भेजा दिया है. योग्रेंद्र अपने इस्तीफे पर लिखा है... मैं लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 में संसदीय क्षेत्र-अमेठी से कांग्रेस के हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमिटी-अमेठी के पद से इस्तीफा देता हूं. बता दें कि अमेठी में बीजेपी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने 56036 वोटों से राहुल गांधी को शिकस्त दे दी है.
वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेजा और पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की है.
पार्टी की हार के बाद मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेने की बात कही. कहा कि शत प्रतिशत जिम्मेदारी लूंगा. ये पूछे जाने पार कि क्या अध्यक्ष पद छोड़ेंगे, राहुल का जवाब था कि हम कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक करेंगे, कुछ बातें मेरे औऱ वर्किंग कमेटी के बीच रहने दें. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी 25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति में औपचारिक तौर पर अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं. हालांकि इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नही कहा जा रहा है.
हालांकि कल खबर ये आई थी कि राहुल गांधी हार के तुरंत बाद इस्तीफा देना चाहते थे लेकिन सोनिया गांधी के मना कर पर रूक गए. इन बातों को औऱ बल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उसके बाद यूपीए अध्यक्ष और उनकी मां सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात से मिला.
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