नोएडा: जनता को देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे की सौगात मिलने जा रही है. इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. जेवर ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य जनवरी या फरवरी 2020 से शुरू कर दिया जाएगा. इस हवाई अड्डे से पहली उड़ान 2023 में शुरू होने की उम्मीद है. कहा जा रहा है कि ये हवाई अड्डा 6 रनवों का होगा.


शुरुआत वाले साल में 50 लाख यात्रियों के आने की उम्मीद


नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के लिए बनाई गई नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड जेवर (एनआईएएल) की तरफ से बृहस्पतिवार को ग्लोबल बिड भी जारी कर दी गई. इस बिड से 29 नवंबर 2019 को निर्माण कार्य करने वाली कंपनी का चयन कर लिया जाएगा. इस हवाई अड्डे की शुरुआत वाले साल में ही 50 लाख यात्रियों के आने की उम्मीद है.


नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड जेवर के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बृहस्पतिवार को निर्माण कार्य के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया. उन्होंने बताया कि इस एयरपोर्ट प्रोजेक्ट की कुल अनुमानित लागत 15754 करोड़ रुपए होगी.


दुनिया के कुछ ही देशों में हैं 6 लेन से ज्यादा के हवाई अड्डे


सीईओ ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को छह रनवे का बनाए जाने के लिए उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद से मंजूरी मिली है. हालांकि, इसे पहले दो रनवे का ही बनाने पर सहमति मिली थी. लेकिन इस नई मंजूरी के बाद यह देश का पहला सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा. अभी छह लेन से ज्यादा के हवाई अड्डे दुनिया के कुछ ही देशों में हैं.


कुल चार चरणों में बनेगा हवाई अड्डा


उन्होंने बताया कि इस हवाई अड्डे को कुल चार चरणों में बनाया जाएगा. जिसके पहले चरण में 4086 करोड़ रुपए खर्च कर 2023 तक दो रनवे का हवाई अड्डा बना लिया जाएगा. इसके बाद 2030 तक दूसरा, 2035 तक तीसरा और 2039 तक चौथे चरण को पूरा कर लिया जाएगा.


यह भी पढ़ें-


Full List: प्रधानमंत्री मोदी समेत 58 मंत्रियों ने ली शपथ, 24 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार और 24 राज्य मंत्री बने

कैबिनेट मंत्री बने अमित शाह को मिल सकता है विदेश मंत्रालय, BJP अध्यक्ष पद की दौड़ में नड्डा सबसे आगे


अनदेखी तस्वीरें: मोदी के शपथ समरोह में सोनिया-राहुल, अंबानी परिवार सहित 8 हजार लोगों ने की शिरकत


मोदी सरकार 2: गिरिराज सिंह का हुआ प्रमोशन, कैबिनेट मंत्री बनाए गए, बिहार के छह नेताओं ने ली शपथ