यूपी: जैश के दोनों संदिग्ध आतंकी भेजे गए जेल, पूछताछ में उगले कई राज
एटीएस के अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इन संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए वर्चुअल नंबर भी मिल गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है. इसके अलावा जैश के एक बड़े पदाधिकारी के देवबंद आकर उनसे मुलाकात करने और उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी जाने के सुबूत मिले हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार हुए जैश के दो आतंकी शाहनवाज और आकिब की पुलिस रिमांड अवधि खत्म होने के बाद मंगलवार को उन्हें जेल भेज दिया गया. आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के अपर पुलिस महानिदेशक असीम अरुण ने बताया कि आतंकियों ने जैश-ए-मोहम्मद के लिए भर्ती की बात कबूल की है.
उन्होंने बताया कि दोनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल के कई आतंकियों के संपर्क में थे. आतंकियों के वर्चुअल नंबर का तकनीकी परीक्षण जारी है. साथ ही आतंकियों के बीबीएम चैट और व्हाट्सएप का डेटा भी इंटरसेप्ट किया जा रहा है.
अरुण ने बताया कि आतंकियों के संपर्को को एटीएस लगातार खंगाल रही है. एटीएस की टीम अगली रिमांड पर आतंकियों को कश्मीर ले जाएगी.
अरुण ने बताया कि इन संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए वर्चुअल नंबर भी मिल गए हैं, जिनके संबंध में तकनीकी परीक्षण किया जा रहा है. इसके अलावा जैश के एक बड़े पदाधिकारी के देवबंद आकर उनसे मुलाकात करने और उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी जाने के सुबूत मिले हैं.
उन्होंने यह भी दावा किया कि आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए बीबीएम चैट और व्हाट्सएप जीबी चैट का डेटा खंगालने पर कई अहम जानकारियां मिली हैं. इसके अलावा पूछताछ में कई अन्य संदिग्ध लोगों के नाम सामने आए हैं जिनके बारे में यूपी एटीएस जांच कर रही है.
अरुण ने बताया कि आकिब और शाहनवाज से इस बात की तह में जाने के लिए गहराई से पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने नई भर्ती के मकसद से किन-किन युवकों से संपर्क किया था.
गौरतलब है कि एटीएस बीते दिनों सहारनपुर के देवबंद से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. इसकी जानकारी प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने दी.
उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से 32 बोर की 2 पिस्टल और 30 जिंदा कारतूस मिले थे. दोनों के मोबाइल से जेहादी चैट्स मिले हैं.