नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री उमा भारती अब फर्जी एनकांउटर केस में फंसे बीजेपी नेताओं के समर्थन में आ गई हैं. उन्होंने इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भी लिखी है. आपको बता दें कि मामला यूपी के झांसी का है. जहां एक थानेदार और एक अपराधी की बातचीत सोशल मीडिया में वायरल हो गई थी. जिसमें पुलिसवाला उस अपराधी से बीजेपी नेताओं से सेटिंग कर एनकांउटर से बचने की सलाह दे रहा था. आरोपों के घेरे में झांसी के विधायक राजीव सिंह और पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय दुबे हैं.


केन्द्रीय पेय जल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती की मानें तो अपराधी लेखपालों सिंह यादव से बीजेपी नेताओं की जान को खतरा है. अगर अपराधी यादव पकड़ा नहीं गया तो कभी भी कुछ भी हो सकता है. बीजेपी विधायक राजीव सिंह और पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय दुबे पुलिस पर उसके एनकांउटर का जवाब बना रहे थे. उभा भारती कहती हैं उनके कहने पर ही बीजेपी नेताओं ने यादव की गिरफ्तारी की मांग की थी.


लेकिन मऊरानीपुर के थानेदार सुनीत सिंह की गलती से वो भागने में कामयाब रहा. फोन पर दोनों की जो बातचीत सामने आई थी. उसमें थानेदार ने यादव से कहा था "मुझ पर बीजेपी के विधायक जी और जिलाध्यक्ष जी का बहुत दवाब है. अगर तुम बचना चाहते हो तो दोनों से कुछ ले दे कर सेटिंग कर लो नहीं तो मैं फिर तुम्हें ठोक दूँगा". बता दें कि यादव सिंह तब से फरार है. उसे पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई है. लेकिन जब यादव और थानेदार की बातचीत एबीपी न्यूज़ पर चली तो यूपी पुलिस के एनकांउटर की पोल खुल गई. इस मामले पर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने थानेदार को पहले निलंबित किया और फिर उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया.


उमा भारती मीडिया पर इस पूरे मामले को गलत ढंग से बताने का आरोप लगा रही है. उमा ने कहा, "मीडिया ने थानेदार और अपराधी की बातचीत को दुर्भावनापूर्ण तरीके से दिखाया". उमा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेखराज यादव की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है.