यूपी: फतेहपुर में हुआ उन्नाव जैसा कांड, रेप के बाद पीड़िता को जिंदा जलाया
एक महिला पुलिस अधिकारी ने पीड़िता के बयान रिकॉर्ड किए, जिनमें उसने आरोपी चाचा मेवालाल पर उसका रेप करने और उसे जलाने का आरोप लगाया. सीओ कपिल देव मिश्रा की अगुआई में एक टीम मामले की जांच कर रही है.
फतेहपुर: हैदराबाद और उन्नाव कांड का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि यूपी के फतेहपुर जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के गांव में एक नया मामला सामने आया है जहां एक युवक ने युवती को अपनी हवस का शिकार बनाने के बाद मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी. गंभीर हालत में परिजन उसे जिला चिकित्सालय लेकर आए जहां मौजूद डाक्टरों ने उसकी हालत चिंताजनक देखते हुए कानपुर के लिए रेफर कर दिया.
कानपुर हैलट में इलाज को जाते समय लड़की ने बयान दिया की वह घर में अकेली थी तभी बगल का रहने वाले मेवालाल ने पहले उसके साथ रेप किया और फिर मिटटी का तेल डालकर आग लगा दी. कानपुर हैलट में युवती का इलाज चल रहा है युवती 85% से ज्यादा जली चुकी है. युवती की हालत बहुत नाजुक बनी हुई है. चिकित्सा अधिकारी अनुराग राजोरिया ने कहा कि पीड़िता वेंटिलेटर पर है.
कथित रूप से दुष्कर्म कर आग लगाने वाला आरोपी चाचा शनिवार रात कानपुर के बाहरी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
पीड़िता के परिजनों ने बताया कि पड़ोस का ही युवक जो रिश्ते में चाचा लगता है ने घर पर अकेली पाकर युवती के साथ गलत काम करने के बाद मिट्टी के तेल डालकर जिंदा जला दिया.
डीएम संजीव कुमार ने बताया की एक घटना प्रकाश में आई है जिसमें लड़की के भाई ने तहरीर दी है कि पड़ोसी चाचा ने उसकी बहन के साथ रेप कर आग लगा दी. इस प्रकरण में थाना हुसैनगंज में एफआईआऱ दर्ज कर ली गई है. जांच में यह पता चला है कि लड़की एवं आरोपी चाचा के बीच पिछले 2 वर्षों से प्रेम प्रसंग था जिसको लेकर गांव में आपसी पंचायत की गई और दोनों को अलग अलग रहने की हिदायत दी गई थी. लड़की के और चाचा के परिजनों के सामने यह निर्णय लिया गया था कि लड़की की शादी होने तक चाचा गांव में नहीं आएगा इस मामले में पुलिस द्वारा सभी तथ्यों की जांच की जा रही है. जिस पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि उन्नाव की बेटी के साथ दिसंबर 2018 में रेप हुआ था. रेप के दौरान आरोपियों ने उसका वीडियो भी बनाया था. इसके बाद शिकायत के बावजूद पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. कोर्ट के आदेश पर इसी साल मार्च 2019 में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया. इसके बाद मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी को जेल भेजा गया. मुख्य आरोपी बाद में जमानत पर जेल से छूट आया, लेकिन उसके बाद से लड़की की जान पर बन आई. जमानत पर बाहर निकले आरोपी लगातार परिवार वालों को धमका रहे थे.
आरोपियों के खिलाफ कोर्ट और पुलिस में जाने का साहस दिखाने वाली लड़की के लिए खतरा तभी से पैदा हो गया था. लेकिन पांच दिसंबर को वो हुआ जिसकी कल्पना से ही सिहरन पैदा हो जाती है. रेप के मुकदमे में पेशी के लिए उन्नाव के बैसवारा रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर रायबरेली जाने की तैयारी कर रही बेटी को खेतों में जिंदा जला दिया गया.
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