मेरठ: एक मंदिर में काली मां की मूर्ति स्थापना का विवाद धर्म परिवर्तन की चेतावनी तक पहुंच गया है. मंदिर में मूर्ति स्थापना के लिए अड़े ग्रामीणों ने जिलाधिकारी आवास पर प्रदर्शन कर धर्म परिवर्तन की चेतावनी दी है. दरअसल गांव के इस मंदिर में काली मां की मूर्ति लगाने पर पहले मंदिर समिति ने सहमति दी थी लेकिन जब अनुष्ठान शुरू हुआ तो मूर्ति को मंदिर से बाहर ले जाने का तुगलकी फरमान सुना दिया गया. दो खेमों में बंटे ग्रामीणों के बीच विवाद को लेकर पुलिस में हड़कंप मच गया है.


मेरठ के इंचोली के मसूरी गांव में करीब 30 साल पहले एक शिवमंदिर का निर्माण कराया गया था. गांव के ही कुछ लोग इस मंदिर की देखभाल करते हैं. गांव के निवासी राजकुमार ने मंदिर से जुड़े कुछ लोगों से बातचीत करके मंदिर परिसर के अंदर काली मां की मूर्ति स्थापित करने का प्रस्ताव रखा था.


बाद में मंदिर कमेटी की सहमति के बाद राजकुमार काली मां की एक प्रतिमा खरीद लाए थे. नवरात्र शुरू होने के पहले दिन जैसे ही काली मां की स्थापना का अनुष्ठान शुरू हुआ, मंदिर समिति से जुड़े लोगों ने इसका विरोध कर दिया. गांव के दो पक्ष आमने-सामने आ गए और उन्होंने जमकर हंगामा भी किया.



मंदिर कमेटी ने गांव में मामला बढ़ता देख पुलिस बुला ली और मंदिर पर ताला डाल दिया. इससे गुस्साए कुछ लोग पहले थाने और फिर जिलाधिकारी के आवास पर पहुंचे. मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर जतन कर रहे राजकुमार ने बताया के गांव के कुछ लोग मंदिर कमेटी के साथ मिलकर समाज में विघटन फैलाने का काम कर रहे हैं. जो लोग मूर्ति लगाने के पक्ष में हैं उनका विरोध करके राजनीति फैला रहे हैं.


जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों ने ऐलान किया कि अगर मंदिर में मूर्ति नहीं लगी तो वह धर्म परिवर्तन करके इस्लाम कबूल कर लेंगे. धर्म परिवर्तन के इस ऐलान के बाद जिले का खुफिया विभाग और पुलिस गांव में तैनात कर दी गई है. जिलाधिकारी ने पूरे मामले की रिपोर्ट एसपी देहात राजेश कुमार से मांगी है और जांच कर मामला निपटाने के आदेश भी दिए हैं.



धर्म परिवर्तन की चेतावनी के बाद गांव के लोग इस विवाद को दूसरे नजरिए से भी देख रहे हैं. मंदिर कमेटी से जुड़े सतीश कुमार ने बताया कि मंदिर परिसर में निर्माण या बदलाव का अधिकार मंदिर कमेटी का है. इसमें किसी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. कुछ लोग जबरन मूर्ति लगाना चाहते हैं जो गलत है. इसकी सूचना पुलिस-प्रशासन के अफसरों को दे दी गई है.


एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि मामला दो पक्षों के बीच मूर्ति स्थापना को लेकर हैं. दोनों पक्षों को आमने-सामने बिठाकर विवाद का निपटारा कराया जाएगा. किसी भी तरह का तनाव गांव में नहीं है और ना ही धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात सामने आई है. गांव में फिलहाल शांति है.