यूपी: कोर्ट के आदेश के बाद लिए गए चिन्मयानंद और पीड़ित छात्रा की आवाज के नमूने
छात्रा पर फिरौती मांगने के आरोप हैं. चिन्मयानंद के वकील ने आरोप लगाया था कि वह और उसके तीन अन्य साथी कथित रूप से नेता से पैसे की मांग कर रहे थे. कोर्ट के निर्देश के बाद एसआईटी ने रंगदारी मांगने के मामले में पीड़िता समेत चार लोगों को जेल भेज दिया था.
लखनऊ: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली एलएलएम छात्रा के आवाज के नमूने (वॉयस सैंपल) बुधवार को फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी में लिए गए. वॉयस सैंपल के लिए चिन्मयानंद और कानून की छात्रा को शाहजहांपुर से लखनऊ दो अलग-अलग पुलिस टीमों के साथ लाया गया था. फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार तीन और लोगों को भी कानून की छात्रा के साथ यहां लाया गया था.
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ओमवीर सिंह ने 4 अक्टूबर को चिन्मयानंद, कानून की छात्रा और तीन अन्य के वॉयस सैंपल रिकॉर्ड करने के आदेश दिए थे.
शाहजहांपुर पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी ने कहा, "अदालत के आदेश के बाद उनके वॉयस सैंपल लेने के लिए पुलिस की दो अलग-अलग टीम उन्हें लखनऊ लेकर आई."
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 सी के तहत गिरफ्तार किया गया है. उनपर उनके आश्रम द्वारा संचालित कॉलेज में पढ़ने वाली 23 वर्षीय छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था.
छात्रा की गिरफ्तारी पर एसआईटी प्रमुख ने कही थी ये बात छात्रा की गिरफ्तारी पर एसआईटी प्रमुख ने कहा था कि हमने लड़की से गहन पूछताछ की. सारे वीडियो दिखाये, आवाज सुनाई. उन्होंने कहा कि इस बात का स्पष्ट साक्ष्य है कि पांच करोड़ रूपये की मांग की गयी थी. गिरफ्तार अन्य आरोपियों ने बताया कि लड़की के कहने पर ही उन्होंने चिन्मयानंद को व्हाटसएप मैसेज किया था.
अरोड़ा ने बताया कि एसआईटी ने सारे डिजिटल साक्ष्य लिये और उनके आधार पर लड़की से पूछताछ की. सबकी लोकेशन चेक करायी गई. उन्होंने बताया कि जब पर्याप्त साक्ष्य हो गये तो तय हुआ कि लड़की को अब गिरफ्तार किया जा सकता है.
16 अक्टूबर को होनी है चिन्मयानंद की पेशी बता दें कि शाहजहांपुर जेल में बंद चिन्मयानंद की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गयी है. जेल से चिन्मयानंद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेशी कराई गई थी. अब अगली पेशी 16 अक्टूबर को होगी.
ये था मामला स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण और कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने के आरोप लगाए थे. लड़की ने अपनी और अपने परिवार को जान का खतरा बताया था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता को न्यायालय में तलब किया और मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को एसआईटी के गठन का निर्देश दिया था. उसके बाद चिन्मयानंद रंगदारी मांगने का मामला सामने आया था औऱ एसआईटी ने पीड़ित छात्रा समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था.
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