लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुलायम परिवार को बड़ा झटका देते हुए लोहिया ट्रस्ट बिल्डिंग खाली करवा दी है. लोहिया ट्रस्ट की यह बिल्डिंग शिवपाल यादव की पार्टी के कब्जे में थी और पिछले कुछ महीने से बाजार दर पर इसका किराया भी वसूला जा रहा था. राज्य संपत्ति विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की है. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव इस ट्रस्ट के अध्यक्ष और शिवपाल यादव सचिव हैं. इसके अलावा यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेता ट्रस्ट के सदस्य हैं.


सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को ऐसे सभी सरकारी बंगलों को खाली कराने का आदेश दिया था, जो सरकारी खर्चे पर चल रहे थे. इससे पहले भी कई सारे बंगले खाली किए गए थे और अब समाजवादी पार्टी का लोहिया ट्रस्ट भी खाली कराया गया है. इससे मुलायम परिवार को बड़ा झटका लगा है.


लोहिया ट्रस्ट ने बंगला खाली करने के लिए कुछ महीने पहले ही वक्त मांगा था. आवंटन रद्द होने के बाद से लोहिया ट्रस्ट इसके लिए लगातार 70 हजार रुपये किराया दे रहा था. यह किराया बाजार दर से वसूला जा रहा था. ट्रस्ट को अब बंगला खाली करना पड़ा है.


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास छोड़ने करने का आदेश दिया था. इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपना बंगला छोड़ना पड़ा था. अखिलेश का नया ठिकाना अब लखनऊ में अमर शहीद पथ से लेकर सुलतानपुर रोड तक फैली आधुनिक टाउनशिप अंसल एपीआई में है.


इस मामले पर अखिलेश यादव ने कहा, " मुझे जानकारी मिली है कि लोहिया ट्रस्ट को खाली करा दिया गया है. किन कारणों से हटाया गया है, ये मुझे नहीं पता. लोहिया ट्रस्ट नेताजी का ट्रस्ट है, यह लोगों को पहले से ही पता था, इसीलिए वहां से सामान पहले से ही हटाया जाने लगा गया था."