नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने के बाद प्रतिक्रियाओं दौर जारी है. अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा, यह मामला अंगूर खट्टे हैं, जैसा है. उनकी पार्टी के अध्यक्ष यूपी से हार गए, इसलिए दिल्ली, इटली या इंग्लैंड में बैठकर उन्हें सुर्खियों में बने रहने के लिए कुछ न कुछ टिप्पणी तो करनी होगी.





प्रियंका ने अपने ट्वीट में कहा था, 'पूरे उत्तर प्रदेश में अपराधी खुलेआम मनमानी करते घूम रहे हैं. एक के बाद एक अपराधिक घटनाएं हो रही हैं. मगर प्रदेश की भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही. क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने अपराधियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है."


प्रियंका ने अपने ट्वीट में राज्य में हाल ही में कुछ आपराधिक घटनाओं की अखबारों की कटिंग भी टैग की है, जिसमें बदायूं में बंदूक की नोक पर तलाशी, अमेठी में फायरिंग और उन्नाव जेल में कैदियों द्वारा बंदूक लहराने जैसी घटनायें शामिल हैं.


कांग्रेस नेता के ट्वीट के जवाब में यूपी पुलिस ने कहा, 'गम्भीर अपराधों में यूपी पुलिस द्वारा अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की गयी है. पिछले 2 वर्षों में 9225 अपराधी गिरफ़्तार हुए और 81 मारे गये हैं. रासुका में प्रभावी कार्यवाही कर लगभग 2 अरब की सम्पत्ति ज़ब्त की गयी है, डकैती, हत्या, लूट एवं अपहरण जैसी घटनाओं में अप्रत्याशित कमी आई है.'


इस बारे में जब प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक से पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा कि जबसे प्रदेश में भाजपा सरकार सत्ता में आई है अपराधियों का नेटवर्क पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में अपराधियों का नेटवर्क पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. हमारी सरकार अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है. जो इक्का दुक्का घटनायें हो रही है वह आपसी रंजिश के कारण हो रही है और ऐसे मामलो में पुलिस तुरंत कार्रवाई कर रही है.'


इससे पहले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भी प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया था.


वहां मेरठ में हिंदू परिवारों के पलायन मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, कोई भी पलायन नहीं कर रहा है. अब हम सत्ता में आए हैं तो कौन पलायन करेगा? व्यक्तिगत विवादों के कुछ मामले हो सकते हैं, लेकिन कोई माइग्रेशन नहीं है.