लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक आईपीएस अधिकारी को इंटरव्यू में कथित तौर पर विवादास्पद बयान देने और अनाधिकृत रूप से ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के लिये निलंबित कर दिया है.


उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट के मुताबिक, 1992 बैच के अधिकारी जसवीर सिंह अपर पुलिस महानिदेशक (रूल्स एंड मैनुअल) पद पर तैनात थे. उन्हें 14 फरवरी को निलंबित किया गया. एक न्यूज पोर्टल पर उनका इंटरव्यू आने के बाद यह कार्रवाई की गई.


प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि इंटरव्यू में विवादास्पद बयान देने और चार फरवरी से ड्यूटी से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के यह कार्रवाई की गई.


एडीजी ने 30 जनवरी को इंटरव्यू दिया था. महराजगंज का एसपी रहते उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री एवं गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ के खिलाफ निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के एक मामले में रासुका लगाने की कार्रवाई शुरू की थी.


सिंह पर आरोप है कि इंटरव्यू के दौरान उन्होंने ऐसी बातें कहीं, जो सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए बनायी गयी आचरण नियमावली की शर्तों के विपरीत थीं. सिंह 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.

प्रमुख सचिव, गृह, अरविंद कुमार ने उनके निलंबन की पुष्टि करते हुए बताया कि इंटरव्यू में विवादास्पद बयान देने और चार फरवरी से ड्यूटी से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के कारण यह कार्रवाई की गई. सक्षम अधिकारी द्वारा मंजूरी नहीं दिए जाने के बावजूद वह अवकाश पर चले गये थे.

न्यूज पोर्टल को एडीजी ने 30 जनवरी को इंटरव्यू दिया था.

उत्तर प्रदेश पुलिस के खाद्य प्रकोष्ठ में अपने कार्यकाल के दौरान 2003 में सिंह ने करोड़ों रूपये के खाद्य घोटाले में सपा के तत्कालीन मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.