नई दिल्ली: शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ उपेंद्र कुशवाहा के समर्थकों ने जुलूस निकाला. इस दौरान पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज किया. अब इसको लेकर कुशवाहा ने नीतीश पर निशाना साधा है. कुशवाहा ने कहां कि लाठी-डंडों से पिटवाकर निर्दोषों का खून बहाना और महिलाओं पर लाठी चलवाना कहां का न्याय है.
कुशवाहा ने ट्वीट किया, ''मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी, राजभवन की तरफ शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे लोगों को अगर संभाल पाना मुश्किल था, तो भीड़ को तीतर-बितर करने के कई अन्य तरीके भी थे. लाठी-डंडों से पिटवाकर निर्दोषों का खून बहाना व महिलाओं पर लाठी चलवाना कहाँ का न्याय है? यह कैसा सुशासन है?
दरअसल पटना के गांधी मैदान से जैसे ही जुलूस डाक बंगला चौराहे पहुंचा पुलिस ने आगे बढ़ने से रोका. इसके बाद उपेन्द्र कुशवाहा के समर्थकों ने आगे बढ़ने की कोशिश की जिसपर पुलिस ने लाठी चार्ज की. जुलूस में उपेन्द्र उपेंद्र कुशवाहा जिंदाबाद, नीतीश कुमार मुर्दाबाद, कुशवाहा समाज को नीच कहना बंद करो, कुशवाहा समाज जिंदाबाद, पलटू राम मुर्दाबाद, चोर-उच्चकों की सरकार नहीं चलेगी जैसे नारे लगे. गांधी मैदान के जेपी गोलंबर पर सैकड़ों की संख्या में मौजूद कार्यकर्ता राजभवन मार्च के लिए निकले, लेकिन उन्हें पुलिस ने डाकबंगला चौराहे पर ही रोके रखा. इस दौरान कार्कर्ताओं की पुलिस के साथ हल्की नोंकझोंक भी हो रही थी.
बता दें कि उपेन्द्र कुशवाहा का आरोप है कि नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम में उनके लिए नीच शब्द का इस्तेमाल किया. तब से कुशवाहा और नीतीश के बीच तनातनी है. कुशवाहा की मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने शब्द वापस लें. कुशवाहा ने 28 नवंबर को 'ऊंच-नीच दिवस' मनाने की घोषणा कर चुके हैं.