नई दिल्ली: बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे के मुद्दे पर सबकी नजरें टिकी हैं. इस बीच सीट बंटवारे को लेकर आरएलएसपी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच सीट बंटवारे पर हुई चर्चा. दोनों नेताओं की मुलाकात दिल्ली में हुई.


उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट करते हुए कहा, ''आज दिल्ली में, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सह बिहार प्रभारी, लोकसभा सांसद श्री भूपेंद्र यादव जी से शिष्टाचार मुलाकात के दौरान म.प्र. विधानसभा एवं आगामी लोकसभा चुनावों के बारे में चर्चा हुई.'' बिहार में एनडीए के चार घटक दल हैं, जिसमें बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी और आरएलएसपी शामिल हैं.





गौरतलब है कि इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी. इसके बाद ये बात सामने आई कि दशहरे तक सीट बंटवारे का एलान हो जाएगा. इसके बाद कहा गया कि बीजेपी और जेडीयू के बीच सम्मानजनक सीटों को लेकर फैसला हो गया है. वहीं आरएलएसपी की को लेकर कोई संतोषजनक बात सामने नहीं आई.


बता दें कि एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बीते दिनों तनातनी की कई खबरे सामने आईं. खासकर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी की नाराजगी साफ तौर पर दिखी. आरएलएसपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नागमणि ने तो यहां तक कह दिया था कि अगले लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर आरएलएसपी को चिढ़ाया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें एनडीए को छोड़कर महागठबंधन में जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का यह दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास कोई वोटबैंक नहीं है लेकिन उसे आकाश में घुमाया जा रहा है और आरएलएसपी को चिढ़ाया जा रहा है.

दरअसल कहा ये जा रहा है कि बिहार की कुल 40 सीटों में से आरएलएसपी के खाते में दो से ज्यादा सीटें नहीं जाएंगी. हालांकि पार्टी का कहना है कि पहले की स्थिति अलग थी और अब मौजूदा वक्त में परिस्थितियां बदल चुकी हैं. ऐसे में सीट बंटवारे में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए.

वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दे चुके हैं. हालांकि कुशवाहा ये साफ कर चुके हैं कि वह एनडीए में बने रहेंगे और 2019 में दोबारा नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएंगे.