पटना: बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर घमासान जारी है. इस बीच केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो हिंदुस्तान के संविधान के हिसाब से निर्धारित शर्तों को पूरा करता है, वो मुख्यमंत्री बन सकता है. वहीं लालू यादव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लालू यादव अब इतिहास हो गए हैं, वहीं तेजस्वी यादव के बारे में कहा कि वे अभी ट्रेनिंग पीरियड में हैं. कुशवाहा ने कहा कि लालू अब राजनीति में नहीं हैं. अब तो कानूनन वे चुनाव भी नहीं लड़ सकते हैं. ऐसे में लालू यादव और और नीतीश कुमार की ताकत में तुलना करने का कोई विषय नहीं है. नीतीश से तुलना होती जब लालू राजनीति में होते. अभी वे जेल में बंद हैं.


तेजस्वी के बारे में उन्होंने कहा कि वे अभी ट्रेनिंग पीरियड में हैं. जितनी अच्छी ट्रेनिंग लेंगे उसके बाद परीक्षा देनी होती है. ट्रेनिंग में कितना ऑबजर्व किया ये बाद में पता चलता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रविवार को दिल्ली जा रहे हैं. अमित शाह से बातचीत करने का प्रयास करेंगे. उसमें देरी होगी तो पत्र लिखेंगे. उन्होंने कहा कि यदि पार्टी लेवल पर सीटों को लेकर बात नहीं हो पाई तो प्रधानमंत्री से मिलेंगे. कुशवाहा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी से उनका पुराना संबंध है.


जेडीयू-बीजेपी के बिहार में बराबर-बराबर सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा, ''बराबर-बराबर में क्या दिक्कत है. पांच पर बीजेपी लड़ ले और पांच पर जेडीयू लड़ ले, बराबर हो गया. बाकी सीट हमलोग (एलजेपी और एलजेपी) बांट लेंगे.'' उन्होंने कहा कि पिछली बार 3 सीटें थीं तो स्वाभाविक रूप से इस बार तीन से ज्यादा होनी चाहिए. हमारी ताकत बढ़ी है. उसका आंकलन करते हुए तीन से ज्यादा सीटें चाहिए.


गौरतलब है कि बीजेपी, एलजेपी और आरएलएसपी ने 2014 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से क्रमश: 30, सात और तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था और उन्होंने क्रमश: 22, छह और तीन सीटें जीती थीं.