पटना: बिहार की सियासत में इन दिनों उपेंद्र कुशवाहा पर सबकी नजरें टिकी हैं. हाल ही अपने 'सियासी' खीर वाला बयान देकर उन्होंने राज्य ही नहीं देश का सियासी माहौल भी गरमा दिया था. इस बीच उपेन्द्र कुशवाहा ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. इस दौरान इशारों-इशारों में उन्होंने एनडीए में अपने विरोधियों को निशाने पर लिया. किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा एनडीए में कुछ लोग ऐसे हैं जो नरेद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना चाहते. वहीं एनडीए में सीटों के बंटवारे की खबर को ख़ारिज़ करते हुए कहा कि अभी तक न औपचारिक न ही अनौपचारिक बात शुरू हुई है. इसके साथ ही अपनी ताकत का एहसास कराते हुए उन्होंने ज़्यादा सीटों पर दावा भी ठोका.


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग हैं एनडीए में जिन्हें मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं जो नरेन्द्र मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना चाहते. ऐसे लोग चाहते हैं कि एनडीए में कुछ ऐसा है जाए, जिससे एनडीए को नुकसान हो. ऐसी खबरें जानबूझ कर फैलाई जा रही हैं. आजकल यह भी हो रहा है कि कौआ आपका कान ले जा रहा है तो लोग कौआ के पीछे दौड़ने लग जा रहे हैं, अपना कान नहीं देखते हैं. कहीं ऐसी बात आई तो सब लोग दौड़ पड़ते हैं.


आप कितनी सीटें चाहेंगे और कौन सा फॉर्मूला तय हो?


इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कितनी सीटों पर लड़ेंगे वो तय होगा. मीडिया के माध्यम से इसकी चर्चा नहीं हो सकती. सबको मालूम है कि 2013-14 में हमारी पार्टी बनी थी, उस समय जो हमारी ताकत थी उससे कई गुना ताकत बढ़ गई है. इसी रूप में हमारी पार्टी का आकलन होना चाहिए. सीट बांटते समय इन चीजों का खयाल रखना चाहिए.


लालू यादव से आपकी नजदीकी बढ़ रही है?


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा लालू जी अब सक्रिय राजनीति में न हैं और न आ सकते हैं. वे बीमार हैं, जेल में हैं और परेशानी में हैं. उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त करना अर्थात पार्टी से दोस्ती कर लेना कतई नहीं होता है. उन्होंने कहा, ''तेजस्वी यादव से हमारी कभी बातचीत नहीं हुई. तेजस्वी अभी ट्रेनिंग पीरियड में हैं. उनसे न हमारी व्यक्तिगत बातचीत हुई है और राजनीतिक बातचीत का सवाल ही नहीं उठता.


आपको नहीं लगता आरजेडी भ्रष्टाचार में लिप्त हुई पार्टी है? 


इसके जवाब में कुशवाहा ने कहा, ''इस मामले में कानून अपना काम कर रही है. इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए. अच्छा संयोग है कि बिहार से दिल्ली तक एनडीए की सरकार है. अब की परिस्थिति में कोई कानून से कैसे बच सकता है.'' उन्होंने आगे कहा कि लालू जी जेल में हैं. राजनीतिक रूप से उनकी सक्रियता न है और न ही हो सकती है. उसके बावजूद उनकी परछाई को भी दुतकारते रहिए, ये कौन सी राजनीति हुई? उनकी परछाई को दुतकार कर पता नहीं लोग क्या करना चाहते हैं. समाज के किसी भी अंश को हम इतना नाराज क्यों कर दें?


कुशवाहा ने साफ किया कि राजनीतिक लड़ाई किसी से भी हो सकती है. किसी समाज से हम क्यों लड़ेंगे? हरेक दल की कोशिश रहती है कि समाज के सभी वर्ग को अपने साथ करें. इसके लिए प्यार, मोहब्बत करना पड़ेगा.


नीतीश कुमार को लेकर कुशवाहा ने दिया ये बयान


नीतीश कुमार से मेरी व्यक्तिगत दूरी नहीं है. हमलोग समाजिक विचारधारा के लोग हैं. लोगों को इससे राहत मिल जाए इस मकसद से बोलते हैं, न कि नीतीश जी से मेरा झगड़ा है इसलिए बोलते हैं.


कब तक सीट बंटवारे का इंतजार करेंगे?


इसके जवाब में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम बार-बार कह रहे हैं कि जल्दी कर लेना चाहिए. अभी इसमें कोई बातचीत शुरू नहीं हुई है.