पटना: बिहार एनडीए में लोकसभा सीट बंटवारे को लेकर मचा हुआ सियासी घमासान और भी तेज हो गया. अब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार करने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने इस बार डिप्टी सीएम सुशील मोदी को अपने निशाने पर ले लिया. कुशवाहा का आरोप है कि नीतीश कुमार ने उनके लिए नीच शब्द का इस्तेमाल किया है. इस आरोप का सुशील ने खंडन किया था. अपने ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा था, ''vrतीश कुमार ने कभी किसी नेता के बारे 'नीच' शब्द का प्रयोग नहीं किया है. मैं उस कार्यक्रम में मौजूद था. जान बूझ कर कुछ लोग शहीद बन ने की कोशिश कर रहें हैं. परंतु उन्हें सफलता नहीं मिलेगी"
सुशील मोदी के इस ट्वीट के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने सुशील मोदी को निशाने पर ले लिया. उन्होंने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डीएनए वाले बयान का जिक्र करते हुए कहा, "तो लगे हाथ यह भी कह ही दीजिए..........कि #DNA वाले मुद्दा पर नीतीशे जी सही थे और प्रधानमंत्री जी गलत.......!
उपेंद्र कुशवाहा एक और ट्वीट करते हुए कहा, "यदि आपकी व्याख्या में नीतीश जी के कहने का अर्थ 'नीच' नहीं है. तब तो आपके अनुसार श्रीमती प्रियंका गांधी जी के बयान का अर्थ निकालते समय भी प्रधानमंत्री जी ही गलत थे?"
कुशवाहा यहीं नहीं रुके इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए कहा, "राष्ट्र पिता एवं बिहार लेनिन को शहीद बनाने वाली मानसिकता को पोषण देने वाली आवाज लगती है. परन्तु शहीद जगदेव बाबू ने कहा था पहली पीढ़ी कुर्बान होगी और दूसरी राज करेगी. शहीद बनाने की धमकी देने वाले को पता होगा, उपेंद्र कुशवाहा दूसरी पीढ़ी का है."
कुशवाहा को बिहार के जहानाबाद से सांसद अरुण कुमार का साथ मिला है. बुधवार को अरुण कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के लिए नीतीश कुमार ने नीच शब्द का इस्तेमाल किया, इससे लोग आहत हैं. नीतीश कुमार को उपेंद्र कुशवाहा और बिहार के कुशवाहा समाज से माफी मांगना चाहिए. यह क्षम्य नहीं है कि आप किसी को नीच कहें. उन्होंने साफ किया कि जिन चीजों के पर उपेंद्र कुशवाहा से मतभेद था वो आज भी है. लेकिन जो सवाल समाज के हैं वो उठा रहा हूं. मैं सड़क पर लड़ाई लड़ूंगा.
उपेंद्र कुशवाहा की असल नाराजगी बिहार में सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में तय किए गए फार्मुले से है. बिहार की 40 लोकसभा सीटों में बीजेपी और जेडीयू बराबर-बराबर सीटों पर लड़ेगी. कहा जा रहा है इसके बाद कुशवाहा के खाते में दो सीटें ही आएंगी. हालांकि कुशवाहा ने साफ किया कि उनकी पार्टी की ताकत 2014 के मुकाबले बढ़ी है इसी हिसाब से सीटों की संख्या का निर्धारण होना चाहिए.
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