पटना: बिहार में पस्त पड़ा विपक्षी दलों का महागठबंधन समाजवादी चिंतक डॉ राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर 12 अक्टूबर को एकजुटता दिखाएगा. महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (आरएलएसपी) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को कहा कि 12 अक्टूबर को पटना के बापू सभागार में डॉ लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर महागठबंधन की ओर से सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. इस सम्मेलन में लेफ्ट दलों को भी न्योता दिया जाएगा.


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन को और विस्तृत किया जाएगा. इसमें कई दूसरों दलों को भी शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा, ''कार्यक्रम में महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, आरएलएसपी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के सभी वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. इस अवसर पर केंद्र सरकार को उसके अलोकतांत्रिक और दमनात्मक कार्रवाई के खिलाफ कड़ा संदेश दिया जाएगा."





महागठबंधन के एक नेता ने बताया कि प्रस्तावित कार्यक्रम के संयोजक के तौर पर आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सभी विपक्ष की पार्टियों को एक मंच पर लाने की कोशिश में हैं, ताकि लोगों में यह संदेश दिया जा सके कि महागठबंधन एकजुट है. हालांकि यह देखने की बात होगी कि महागठबंधन के सभी दलों के बड़े नेता इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं कि नहीं.


इधर, सत्ताधारी जेडीयू इस आयोजन पर ही सवाल उठा रहा है. जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने लोहिया के बहाने विपक्ष की राजनीतिक सक्रियता पर चुटकी लेते हुए कहा, "परिवारवाद, भ्रष्टाचार और कांग्रेस को साथ लेकर आप लोहियावाद नहीं चला सकते."


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