नई दिल्ली: शुक्रवार को लोकसभा में टीडीपी, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आय़ी लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा. इस बीच कल लोकसभा में अपने भाषण के दौरान आरएलएसपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पीएम मोदी से बिहार पर विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया. सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन विशेष ध्यान की बात कर उन्होंने बिहार के लिए स्पेशल स्टेटस की ओर इशारा कर दिया.


अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कुशवाहा ने कहा कि बिहार का अपना एक गौरवशाली इतिहास रहा है. दुनिया में नालंदा विश्वविद्यालय मशहूर है. बिहार के युवा देश के दूसरे हिस्सों में जाकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन जब उसी बिहार के बारे में जब 'बीमारू राज्य' शब्द सुनते हैं तो कष्ट होता है.


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, ''मैं बिहार की 10 करोड़ जनता की तरफ से प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि बिहार पर विशेष ध्यान दिया जाए, लोगों को उनसे काफी उम्मीदे हैं.'' उन्होंने कहा, ''बिहार के युवा आईएएस, आईपीएस बनते हैं. भारत सरकार में शायद ही कोई विभाग होगा, जहां बिहार का अधिकारी प्रमुख पद पर न हो.''


इसके साथ ही कुशवाहा ने हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जजों के पद पर दलित और पिछड़ो की नियुक्ति पर भी अपनी बात ऱखी. कॉलेजियम सिस्टम पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में लोकतंत्र नहीं है.