मध्य प्रदेश में यूरिया की किल्लत, कमलनाथ ने चेतावनी भरे लहजे में दी अफसरों को हिदायत
राज्य के कई हिस्सों से किसानों को यूरिया न मिलने की बातें सामने आ रही हैं. साथ ही विभिन्न स्थानों पर कतार में लगे किसानों को खदेड़े जाने की खबरें आई हैं.
भोपाल: मध्य प्रदेश में यूरिया संकट ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं. यही वजह है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को ट्वीट कर किसानों को भरोसा दिलाना पड़ा है कि इस समस्या का हल जल्दी निकाला जाएगा. उन्होंने साथ ही अधिकारियों को हिदायतें दी है कि वे अपनी मानसिकता में बदलाव लाएं. राज्य के कई हिस्सों से किसानों को यूरिया न मिलने की बातें सामने आ रही हैं. साथ ही विभिन्न स्थानों पर कतार में लगे किसानों को खदेड़े जाने की खबरें आई हैं. कमलनाथ ने इन हालातों के बीच मंगलवार को ट्वीट कर कहा, "प्रदेश में शीघ्र हल होगा यूरिया का संकट. किसान भाई परेशान न हों. सतत प्रयासों से पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित."
प्रदेश में शीघ्र हल होगा यूरिया का संकट।किसान भाई परेशान ना हो।सतत प्रयासों से पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित। यूरिया लेने के लिये आ रहे किसानो पर लाठियाँ बर्दाश्त नहीं। यह कमलनाथ की सरकार है , किसान हितैषी सरकार है।अधिकारी पुरानी मानसिकता बदले। 1/2
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 25, 2018
कमलनाथ ने एक अन्य ट्वीट में अफसरों को चेतावनी भरे लहजे में हिदायत दी है कि ''यूरिया लेने के लिए आ रहे किसानों पर लाठियां बर्दाश्त नहीं. यह कमलनाथ की सरकार है, किसान हितैषी सरकार है. अधिकारी पुरानी मानसिकता बदलें.''
यह पुरानी सरकार नहीं, जहाँ किसानो के सीने पर गोलियाँ तक दाग़ी गयी।क़ानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने ना दे लेकिन किसानो का दमन बर्दाश्त नहीं।मेरी सभी ज़िम्मेदारों को खुली चेतावनी। 2/2
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 25, 2018
कमलनाथ ने लिखा है, "यह पुरानी सरकार नहीं, जहां किसानों के सीने पर गोलियां तक दागी गईं. कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने न दे लेकिन किसानों का दमन बर्दाश्त नहीं. मेरी सभी जिम्मेदारों को खुली चेतावनी."
राज्य में सरकार बदली है और वर्तमान में किसान अपने काम में लगे हुए हैं, मगर खाद की कमी उनके सामने समस्याएं खड़ी किए हुए है. सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी केंद्र सरकार के मंत्री को राज्य में खाद उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिख चुके हैं.
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