लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी ने हाल ही में एक पोस्टर जारी किया है. इस पोस्टर में पहली बार मायावती और पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव साथ-साथ नज़र आ रहे हैं. बीएसपी ने ये पोस्टर अपने ऑफिशल अकाउंट से ट्वीट किया है.

इस पोस्टर में इन दोनों नेताओं के अलावा आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ जेडीयू के बागी नेता शरद यादव भी हैं. इस पोस्टर में लिखा है, ''सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो.''


हालांकि अब बीएसपी इससे इनकार कर रही है. पार्टी के बड़े नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा है कि पार्टी का कोई आधिकारिक ट्विटर हैंडल नहीं है.  इसलिए इस पोस्टर से बीएसपी का भी कोई लेना देना नहीं है.

बता दें कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने  हाल ही में संसद के मॉनसून सत्र में दलितों के मुद्दे पर बोलने से रोकने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने उन्हें बिहार से राज्यसभा भेजने की पेशकश की थी.

याद रहे कि अखिलेश यादव ने बीबीसी को दिए एक बयान में कहा था, ‘’ मैंने हमेशा मायावती को एक रिश्ते के तौर पर संबोधित किया है तो लोगों को लग सकता है कि कहीं हम बीएसपी से गठबंधन न कर लें.  हां अगर सरकार के लिए ज़रूरत पड़ेगी तो देखिए, कोई नहीं चाहेगा कि राष्ट्रपति शासन हो बीजेपी रिमोट कंट्रोल से उत्तर प्रदेश को चलाएं. इससे बेहतर होगा कि एसपी और बीएसपी साथ मिलकर सरकार बनाएं.’’

आपको यह भी बता दें कि हाल ही में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के विधानसभा परिषद के कई सदस्यों ने इस्तीफा देकर बीजेपी का हाथ थाम लिया था.