लखनऊ: योगी आदित्यनाथ को यूपी के सीएम बने हुए दो हफ्ते पूरे हो गए हैं. दो हफ्ते में योगी ने बिना कैबिनेट की बैठक किए पूरा यूपी कंट्रोल कर लिया. 100 से ज्यादा फैसलों पर काम शुरू हो गया. महिलाओं की सुरक्षा से लेकर गाय की सुरक्षा तक-बीजेपी के संकल्प पत्र में किए गए वादों पर योगी सरकार एक्शन में है.


गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर से लखनऊ की सत्ता के सिंहासन तक पहुंचने वाले आदित्यनाथ योगी शपथ लेने के बाद से ही सुपर ऐक्शन में हैं. आदित्यनाथ के कंधों पर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की बड़ी जिम्मेदारी है, जनता ने जिन उम्मीदों से बीजेपी को उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत दिया है, उन्हें पूरा करना अब आदित्यनाथ का सबसे बड़ा मिशन है.


चार अप्रैल को आदित्यनाथ योगी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक होगी, जिसमें उम्मीद की जा रही है कि किसानों की कर्जमाफी से जुड़ा फैसला लिया जा सकता है. हालांकि योगी सत्ता संभालते ही मिशन यूपी में लग गए और सिर्फ 15 दिनों के भीतर 15 से ज्यादा अहम फैसले ले चुके हैं.


अबतक योगी सरकार ने क्या-क्या फैसले किए हैं-


1. संपत्ति का ब्योरा देंगे सभी मंत्री


शपथग्रहण के तुरंत बाद योगी ने अपने पहले आदेश में तमाम मंत्रियों को संपत्ति का ब्योरा देना को कहा है. इतना ही नहीं अफसरों को भी संपत्ति का पूरा ब्योरा सीएम ऑफिस को देने को कहा गया है.


2. अनाप-शनाप बयान नहीं देंगे मंत्री


योगी ने अपने मंत्रियों को साफ कह दिया कि कोई मंत्री अनाप शनाप बयानबाजी नहीं करेगा. इसके लिए सरकार के दो प्रवक्ता नियुक्त कर दिये गये जो मीडिया तक सरकार की बात पहुंचाएंगे.


3. प्रदेश में एंटी रोमियो स्क्वॉड की कार्रवाई


बीजेपी की तरफ से चुनाव के दौरान राज्य में एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाने के वादे पर अमल होना शुरू हो गया है. यूपी पुलिस राज्य के कई जिलों में लड़कियों को छेड़खानी से बचाने के लिए मनचलों को पकड़कर उनसे सवाल-जवाब कर रही है और तलाशी अभियान चला रही है.


4. बूचड़खाने सील होने शुरू


योगी के हाथों में कमान आते ही अबतक चल रहे अवैध कत्लखानों के ऊपर गाज गिरनी शुरू हो गई है. मेरठ, आगरा, वाराणसी जैसे कई जिलों में अबतक की कार्रवाई में कई बूचड़खानों को सील कर दिया गया है. हालांकि सरकार ने साफ किया है कि कार्रवाई सिर्फ उन्हीं बूचड़खानों पर होगी जो अवैध हैं.


5. हर शुक्रवार थानों की सफाई करेंगे पुलिसवाले


योगी सरकार ने स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाते हुए यूपी के तमाम थानों, पुलिस चौकियों और पुलिस लाईन्य में साफ-सफाई करने का आदेश दिया है. साफ-सफाई हर शुक्रवार खुद पुलिसवाले ही करेंगे.


6. दफ्तरों में पान-गूटखा खाने पर बैन


कल सीएम आदित्यनाथ ने लखनऊ में सचिवालय का दौरा किया था. इसके बाद सीएम ने सरकारी दफ्तरों में गुटखा-पान और प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश दिया है.


7. टीचर्स के टी-शर्टपहनने पर रोक


स्कूलों में अनुशासन को लेकर यूपी की योगी सरकार ने कमर कस ली है. योगी ने आदेश दिया है कि सभी टीचर्स मर्यादित परिधान ही पहनें. टी शर्ट्स आदि का प्रयोग न करें. अगर विद्यालय परिसर में कहीं भी पान मसाला आदि के दाग धब्बे हो तो उन्हें कल हर हाल में मिटवा दें. संकुल प्रभारी भ्रमण कर इसका अनुपालन सुनिश्चित कर लें.


8. राज्य में गोहत्या रोकने का आदेश


योगी ने राज्य में पशु वधशालाएं बंद करने के बीजेपी के चुनावी एजेंडा पर अमल शुरू करते हुए पुलिस अफसरों को पूरे राज्य में बूचड़खाने बंद करने के लिये कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, योगी ने प्रदेश में गायों की तस्करी पर पूर्ण पाबंदी लगाने और इस मामले में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त ना करने के आदेश भी दिए हैं.


9. ‘रामायणम्यूजियमके लिए योगी का 25 एकड़ जमीन देने का फैसला


अयोध्या को राम जन्मभूमि माना जाता है और यहां अब म्यूजियम बनाया जाएगा. इसके लिए यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने 25 एकड़ जमीन देने का फैसला किया है. अगले सप्ताह ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. केंद्र सरकार ने इसके लिए 154 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान रखा है.


10.नकल पर नकेल करने के लिए कार्रवाई


सीएम योगी ने बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसते हुए बड़ी कार्रवाई की है. सरकार ने कार्रवाई करते हुए नकल के आरोप में 54 केंद्रों की परीक्षा को रद्द करने का आदेश दे दिया है. अब तक परीक्षा में नकल करते हुए दो हजार से ज्यादा छात्रों को पकड़ा गया है और 359 शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है. सीएम योगी ने कहा था कि जो भी नकल कर हे हैं या फिर नकल करा रहे हैं उन्हें ऐसा सबक सिखाया जाए की फिर वो ऐसी गलती कभी न करें.


11. तीन करोड़ 40 लाख राशन कार्ड रद्द करने का फैसला


मुख्यमंत्री योगी ने राज्य के तीन करोड़ 40 लाख राशन कार्ड रद्द करने का फैसला लिया है क्योंकि इन पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीरें हैं. योगी सरकार अब नया राशन कार्ड जारी करेगी जो स्मार्ट कार्ड वाला होगा. इस कार्ड में चिप भी होगी. राशन कार्ड के लिए फिलहाल पर्ची सिस्टम लागू होगा. राशन कार्ड आधार कार्ड से भी लिंक होगा और इस पर एक बारकोड होगा. स्मार्टकार्ड वाले राशन कार्ड में कोटे का लाभ उठाने वाले की कोड संख्या भी दी जाएगी.


12. गोमती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की जांच के आदेश


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की 45 दिनों के अंदर जांच के आदेश दिए हैं. अखिलेश यादव सरकार की ये ड्रीम परियोजना थी. सीएम आदित्यनाथ गोमती रिवर फ्रंट परियोजना की प्रगति से खुश नहीं हैं. इस पर 1427 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं फिर भी केवल 60 फीसदी काम ही पूरा हुआ. इसकी अनुमानित लागत 1500 करोड़ रुपये थी जो बढ़ कर दोगुनी हो गई है.


13.सरकारी दफ्तरों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे


सरकारी दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी आदेश जारी हुआ ताकि कर्मचारी और अधिकारी पारदर्शी तरीके से काम करें. भ्रष्टाचार ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि मंत्री विभाग से जुड़ी फाइलें अपने घर पर नहीं ले जाएंगे. योगी ने मंत्रियों को हर हफ्ते अपनी फाइलों की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया.


14. स्वास्थ्य सुविधाओं से जुडे कई अहम फैसले


योगी सरकार ने अब तक जितने फैसले योगी सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में भले देरी हुई है, लेकिन इस बीच किसानों और स्वास्थ्य सुविधाओं से जुडे कई अहम फैसले भी किए गए.


योगी सरकार ने राजकीय अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का आदेश जारी किया है. यूपी सरकार ने आम लोगों के लिए सस्ती जेनेरिक दवाओं की 3000 दुकानें खोलने की व्यवस्था करने का भी आदेश दिया. वहीं मरीजों की शिकायतों के लिए स्वास्थ्य विभाग को एक एप बनाने के लिए भी कहा गया है.


15. किसानों के शत प्रतिशत गेंहू खऱीदेगी सरकार


किसानों के लिए बड़ा फैसला करते हुए योगी सरकार ने कहा कहा है कि शत प्रतिशत गेंहू सरकार खऱीदेगी. योगी सरकार ने फैसला लिया है कि फसल खरीदने के लिए वो छत्तीसगढ़ मॉडल अपनायेगी. सरकार ने फैसला लिया है कि गन्ना मिलों को 14 दिनों के अंदर किसानों को भुगतान करना होगा. योगी रकार ने  सभी सहकारी समितियों को पुनर्जीवित करने का निर्देश दिया गया है.


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किस जल्दी में हैं सीएम योगी ? क्या ये 2019 के लोकसभा चुनाव का दबाव है ? शायद इसका जवाब हां में ही होगा. बेशक योगी आदित्यनाथ पांच साल के लिए यूपी के सीएम बने हैं, लेकिन उनके पास खुद को साबित करने के लिए दो साल ही हैं. उन्हें अपनी छाप छोड़नी है और साबित करना है कि उनपर खेला गया दांव सही है.