(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
BJP के घोषणापत्र पर मायावती का हमला, कहा- 'अच्छे दिन' और कालेधन का कोई अता-पता नहीं
लखनऊ: बीजेपी के घोषणापत्र को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि बीजेपी को मेनिफेस्टो जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं है. मायावती ने कहा कि मोदी सरकार ने अब तक एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किए हैं. उन्होंने कहा कि 'अच्छे दिन' और कालेधन का अभी तक कोई अता-पता नहीं है.
बीजेपी का घोषणापत्र आंखों में धूल झोंकने वाला: मायावती
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र को छलावा करार देते हुए जनता को इससे सतर्क रहने की अपील की. मायावती ने कहा कि बीजेपी पहले लोकसभा चुनाव में किए अपने वादों को तो पूरा करे.
मायावती ने कहा, "बीजेपी को मेनिफेस्टो जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं है. लोकसभा में बीजेपी ने जो भी वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया. केंद्र के प्रलोभन भरे वादे आज भी अधूरे हैं. एक बार फिर लोक संकल्पपत्र के जरिए बीजेपी ने झूठे वादे किए हैं."
मायावती ने बीजेपी के घोषणापत्र को नाटकबाजी करार देते हुए कहा कि प्रदेश की जनता इनके खोखले और हवा हवाई वादों के झांसे में नहीं आने वाली है. बीजेपी का घोषणापत्र महज आंखों में धूल झोंकने जैसा ही, इसलिए जनता इनके बहकावे में न आएं. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 100 दिन के अंदर कालाधन लाने की बात कही थी, लेकिन यह वादा पूरा नहीं किया. गरीबों को घर देने का भी वादा झूठा निकला.
मायावती ने दलित और पिछड़े समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे कतई इनके झांसे में न आएं. बीजेपी पिछड़े वर्ग का आरक्षण खत्म कर देगी. बीएसपी अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि सभी राजनैतिक पार्टियां चुनावों में घोषणापत्रों के जरिए भ्रम फैलाने की कोशिश करती हैं, इसलिए बीएसपी कभी घोषणापत्र जारी नहीं करती, बल्कि सरकार बनने पर काम करके दिखाने में विश्वास करती है.
चुनावी घोषणापत्र जारी करने का अधिकार खो चुकी है बीजेपी: मायावती
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा के आगामी चुनाव के मद्देनजर आज जारी घोषणापत्र को जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला करार देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त किये गये वादों से मुकरने वाली यह पार्टी घोषणापत्र जारी करने का नैतिक अधिकार खो चुकी है.
मायावती ने बीजेपी के घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी साल 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किये गये वादों को पूरा करने में बुरी तरह नाकाम रही है. ऐसे में इस पार्टी को अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं रह गया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त बीजेपी और उनके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने अपने घोषणापत्र में उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश की जनता से तरह-तरह के प्रलोभन दिये थे और जो अच्छे दिन दिखाने के वादे किये थे, वे पूरे नहीं किये. बीजेपी का आज जारी घोषणापत्र प्रदेश की जनता की आंख में धूल झोंकने वाला है.
'अच्छे दिन' और कालेधन का कोई अता-पता नहीं
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा, ''लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने अच्छे दिन का वादा किया था. 100 दिनों में विदेशों से कालाधन वापस लाकर हर गरीब परिवार को 15 लाख रुपए देने का वादा किया था. अभी तक 'अच्छे दिन' और कालेधन का कोई अता-पता नहीं है.''
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एक चौथाई वादे भी नहीं पूरे किए
इतना ही नहीं केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान किए अपने एक चौथाई वादे भी नहीं पूरे किये हैं. मायावती ने कहा कि बीजेपी को मेनिफेस्टो जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं है. बीजेपी पहले अपने पुराने वादे ही पूरे कर ले.
यूपी चुनाव को लेकर BJP का घोषणापत्र जारी
आपको बता दें कि आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी चुनाव को लेकर पार्टी का घोषणापत्र जारी किया. बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में यूपी के विकास के 9 मुद्दों को शामिल किया गया है. इसमें महिला सुरक्षा से लेकर युवाओं को रोजगार और किसानों की सुविधा का खास ध्यान रखा गया है.