फैजाबाद: उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के लिए पोलिंग हो रही है और इस चरण में देशभर में साम्प्रदायिक राजनीतिक का केंद्र रहा अयोध्या भी शामिल है. लेकिन इस बार यहां के चुनावी मुद्दों में धर्म का सवाल नहीं है, बल्कि विकास की बात की जा रही है. अयोध्या सीट पर करीब 27 साल बाद साधु-संत, धर्म और जाति के नाम पर नहीं बल्कि विकास के नाम पर वोट देने की बात कर रहे हैं. ऐसा कहना है हनुमान गढ़ी के महंत ज्ञानदास का.


सुबह से ही कतारों में लगे हैं साधु-संत


फैज़ाबाद की अयोध्या विधानसभा सीट पर साधु संत भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. सुबह से ही यहां मंदिरों और आश्रमों से निकलकर लोग कतारों में लगे हैं.


धर्म-जाति नहीं बल्कि विकास के नाम पर हो मतदान


इसी क्रम में अयोध्या में हनुमान गढ़ी के सागरीया पत्ती के महंत ज्ञानदास ने भी मतदान किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मतदान धर्म-जाति के आधार पर नहीं बल्कि विकास के नाम पर हो.


गौरतलब है कि साल 1990 के बाद से आम तौर पर राजनीतिक दल फैजाबाद की अयोध्या सीट पर धर्म-जाति के नाम पर वोट देने की अपील करते रहे हैं. ऐसे में महंत ज्ञानदास का ये बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


पांचवे चरण के तहत 11 जिलों की 51 सीटों पर हो रहा है मतदान


यूपी का सियासी दंगल धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंच चुका है. पांचवे चरण के तहत आज उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 51 सीटों पर मतदान हो रहा है. इसी क्रम में सुबह 7 बजे से अयोध्या में भी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.


617 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला


उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान सोमवार को सुबह सात बजे शुरू हो गया. मतदान केंद्रों पर मतदाता अपने हाथ में पहचानपत्र लिए कतारों में खड़े अपनी बारी की प्रतीक्षा में हैं. अधिकांश जगह कतारों में पुरुषों और महिलाओं की संख्या लगभग बराबर है. इस चरण में 51 निर्वाचन क्षेत्रों में 617 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा. कुल 1.84 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे.


पांचवें चरण के तहत 10 जिलों के 51 निर्वाचन क्षेत्रों में 43 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. ये जिले हैं- बहराइच, बस्ती, बलरामपुर, गोंडा, संत कबीरनगर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सुल्तानपुर, फैजाबाद और अमेठी. अंबेडकरनगर की अलापुर निर्वाचन क्षेत्र में 27 फरवरी को ही मतदान होना था, लेकिन समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार की मौत के बाद चुनाव स्थगित कर कर दिया गया है. इस सीट पर मतदान अब आठ मार्च को होगा.


पांचवें चरण में 946 थर्ड जेंडर मतदाता


निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा. पांचवें चरण के मतदान में अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं में 99.50 लाख पुरुष और 85 लाख महिलाएं हैं. इसके साथ ही 946 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.


इस चरण में भी मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन, बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच है. सबसे रोचक मुकाबला अमेठी में है, जहां कांग्रेस नेता संजय सिंह की दोनों पत्नियां मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति का रास्ता रोकने के लिए खड़ी हैं. संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह जहां बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं, वहीं दूसरी पत्नी अमिता सिंह गठबंधन को दरकिनार करते हुए कांग्रेस से चुनाव लड़ रही हैं.


अमेठी के अलावा दूसरी सबसे चर्चित सीट अयोध्या


अमेठी के अलावा दूसरी सबसे चर्चित सीट अयोध्या की है. यहां पर एसपी नेता व मंत्री पवन पांडेय इस बार फिर प्रत्याशी हैं. बीएसपी से बज्मी सिद्दीकी और बीजेपी से वेद प्रकाश गुप्ता चुनाव मैदान में हैं. इस चरण में सर्वाधिक 43 करोड़ करोड़पति उम्मीदवार बीएसपी की ओर से हैं. बीजेपी के 38, एसपी के 32 और कांग्रेस के सात करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं. साथ ही 14 करोड़पति निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.


51 सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में से 285 स्नातक, 38 शिक्षित और नौ अनपढ़ हैं. साल 2012 के विधानसभा चुनाव में एसपी को 51 में से 37 सीटें मिली थीं. बीएसपी ने तीन, बीजेपी ने पांच, कांग्रेस ने पांच और पीस पार्टी ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी.