लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण में पूर्वांचल के सात जिलों की 49 सीटों के लिये मतदान आज सुबह सात बजे शुरू हो गया. छठे चरण में नेपाल से सटे महराजगंज और कुशीनगर के साथ-साथ गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ और बलिया जिलों में मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया, जो शाम पांच बजे तक चलेगा. जो भी मतदाता शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र में आ जाएंगे, उन्हें वोट डालने दिया जाएगा. मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है और कहीं से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है.


छठे चरण में होगा 635 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला


छठे चरण में 77 लाख 84 हजार महिलाओं समेत करीब एक करोड़ 72 लाख 86 हजार 327 मतदाता 63 महिलाओं सहित कुल 635 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर सकेंगे. इसके लिये 10 हजार 820 मतदान केन्द्र तथा 17 हजार 926 मतदेय स्थल बनाये गये हैं. इनमें से 1186 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील माना गया है. मतदान को स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराने के लिये पर्याप्त संख्या में पुलिस और केन्द्रीय बल तैनात किए गए हैं.


साल 2012 में किसने कितनी सीटें जीती थी


साल 2012 में इन सीटों में से सपा ने 27, बसपा ने नौ, बीजेपी ने सात और कांग्रेस ने चार सीटें जीती थीं, जबकि दो सीटें अन्य के खाते में गयी थीं. इस चरण में सबसे ज्यादा 23 उम्मीदवार गोरखपुर सीट पर मैदान में हैं, जबकि सबसे कम सात-सात उम्मीदवार आजमगढ़ सदर और मउ जिले की मोहम्मदाबाद गोहना सीट से किस्मत आजमा रहे हैं.


इस चरण की मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिये 2007 माइक्रो ऑब्जर्वर, 1221 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 123 जोनल मजिस्ट्रेट और 139 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं. इसके अलावा 48 जनरल ऑब्जर्वर, 12 व्यय प्रेक्षक और पांच पुलिस पर्यवेक्षकों की भी तैनाती की गयी है.


गोरखपुर-मऊ का चुनाव दिलचस्प


छठे चरण में बीजेपी के हिन्दुत्ववादी नेता और सांसद आदित्यनाथ के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर और माफिया-राजनेता मुख्तार अंसारी के क्षेत्र मऊ और केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र के संसदीय क्षेत्र देवरिया में चुनाव पर खास नजर रहेगी.


सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ में विधानसभा की 10 सीटें हैं. वर्ष 2012 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने इनमें से नौ सीटें जीती थीं. हालांकि मुलायम ने इस बार आजमगढ़ में एक भी रैली को सम्बोधित नहीं किया है. छठे चरण में सांसद आदित्यनाथ के अलावा केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र की प्रतिष्ठा भी दांव पर होगी.


इन उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर


छठे चरण में होने वाले चुनाव में प्रमुख उम्मीदवारों में बसपा छोड़कर बीजेपी में आये स्वामी प्रसाद मौर्य, बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, पूर्व मुख्यमंत्री राम नरेश यादव के बेटे श्याम बहादुर यादव , सपा छोड़कर बसपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी और नारद राय शामिल हैं. इसके अलावा मउ से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी, उनके बेटे अब्बास अंसारी की परीक्षा भी इसी चरण में होगी. प्रदेश का विधानसभा चुनाव सात चरणों में होगा. आखिरी चरण का चुनाव आठ मार्च को होगा. नतीजे 11 मार्च को आएंगे.