लखनऊ:  उत्तर प्रदेश में आज से बोर्ड की परीक्षाएं शुरु हो रही हैं. छात्रों के साथ साथ इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी परीक्षा होने वाली है. इस बार बोर्ड परीक्षा के बहाने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वादे का भी टेस्ट हो जाएगा. अगर इस बार परीक्षा में नकल नहीं हुआ तो लोग समझेंगे, चमत्कार हो गया.


यूपी में 10वीं और 12वीं की परीक्षा का पीएम मोदी से क्या कनेक्शन है?

दरअसल यूपी में विधान सभा के लिए चुनाव प्रचार चल रहा था. बात 24 फ़रवरी की है. गोंडा की रैली में पीएम नरेन्द्र मोदी ने नक़ल को चुनावी मुद्दा बना दिया. अखिलेश सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा था, “ यहां तो परीक्षा केन्द्र की भी नीलामी होती है. यहां गणित और विज्ञान में लोग नक़ल करते हैं.“ इसी दौरान पीएम मोदी ने बीजेपी की सरकार बनने पर नक़ल पर रोक लगाने का वादा किया था.

परीक्षा में बैठ रहे हैं 66 लाख बच्चे

अब यूपी में बीजेपी की सरकार है. आज 66 लाख बच्चे परीक्षा में बैठ रहे हैं. 36 लाख 55 हज़ार बच्चे दसवीं का और 29 लाख 81 हज़ार बच्चे बारहवीं की परीक्षा दे रहे हैं. नक़ल रोकने के लिए योगी सरकार ने कई उपाय किए हैं. इस बार एक तिहाई परीक्षा केन्द्र कम कर दिए गए हैं. हर सेंटर पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का भी दावा है.

31 जिले अति संवेदनशील घोषित

चेकिंग के लिए एक हज़ार से भा ज़्यादा फ़्लाइंग स्क्वॉड बनाए गए हैं. नक़ल के लिए बदनाम 31 जिलों को अति संवेदनशील घोषित कर दिया गया है. परीक्षा सेंटर के आसपास धारा 143 लगा दी गई है, जिससे नक़ल कराने वाले स्कूल के पास भीड़ न लगा सकें.

यूपी में कई बड़े-बड़े नेताओं के हाई स्कूल

यूपी में परीक्षा के दौरान नक़ल एक बड़ा व्यापार है. एक सर्वे के मुताबिक़, ये 10 हज़ार करोड़ रूपए का कारोबार है. कश्मीर से लेकर महाराष्ट्र तक के बच्चे यहां परीक्षा देने आते हैं. फ़ार्म भराने से लेकर अच्छे नंबरों से पास कराने तक का ठेका होता है. यूपी में तो कई बड़े-बड़े नेताओं के हाई स्कूल हैं.

राजनाथ कल्याण सिंह ने की थी नक़ल रोकने की कोशिश

पीएम मोदी ने जिस गोंडा में नक़ल का मुद्दा उठाया था, वहीं बीजेपी के सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह के कई स्कूल कॉलेज हैं. राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह ने सीएम रहते अपने ज़माने में नक़ल रोकने की कोशिश की थी. वरना हर बार नक़ल माफिया की ही चली. बिना पढ़े बच्चों को मैट्रिक और हाई स्कूल पास कराने का ठेका उठता रहा है.

दांव पर हैं नक़ल माफियाओं के करोड़ों रूपए

इस बार भी नक़ल माफियाओं के करोड़ों रूपए दांव पर हैं. डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का कहना है, “ हमने नक़ल प्रूफ़ परीक्षा का इंतज़ाम किया है. इस बार कहीं गड़बड़ी नहीं होगी.”  ख़ुद सीएम योगी योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा को लेकर सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. ऐसा करने वाले वे यूपी के पहले सीएम हैं. लेकिन खबर है कि नक़ल माफिया की अंदर ही अंदर अपनी भी तैयारी है.