यूपी: मीट कारोबारियों के प्रतिनिधियों से मिले सीएम योगी, बोले- 'ये सरकार सबकी सरकार है'
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मीट कारोबारियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. मीट विक्रेता एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल शाम छह बजे मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग में जाकर मिला था. बैठक में सीएम योगी ने मीट कारोबारियों को आश्वासन दिया है कि ये सरकार सबकी सरकार है. ये सरकार किसी के मजहब को लेकर कोई भेदभाव नहीं करेगी.
सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के नियमों के मुताबिक काम करें मीट कारोबारी- योगी
यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्दार्थनाथ सिंह ने मीडिया को बताया कि सीएम योगी की मीट प्रतिनिधियों के साथ करीब आधे घंटे तक बैठक चली है. इस बैठक में सीएंम योगी ने साफ तौर पर कहा है कि मीट कारोबारियों को सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के नियमों के मुताबिक ही काम करना होगा. सीएम ने यह भी कहा कि किसी के खिलाफ जाती या चेहरा देखकर कार्रवाई नहीं की जाएगी.
मीट कारोबारियों ने काम पर लौटने का फैसला किया
सिद्दार्थनाथ सिंह ने बताया कि मीट प्रतिनिधिमंडल ने सीएम के सामने अपनी सभी समास्याएं रखी. जिनको सुनने के बाद सीएम योगी ने कहा कि ये सरकार पूर्वाग्रह से ग्रसित हो कर काम नहीं करेगी. प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करने वाले सिराज़ कुरैशी ने मीडिया से कहा कि वह सीएम योगी के धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने हमारी परेशानियों को सुना. शकील कुरैशी ने कहा कि सीएम की तरफ से आश्वासन मिलने के बाद मीट कारोबारियों ने काम पर लौटने का फैसला किया है.
बूचड़खानों पर कार्रवाई से नाराज थे मीट कारोबारी
गौरतलब है कि मीट कारोबारी प्रदेश में बूचड़खानों पर कार्रवाई से नाराज थे. यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश के कई जिलों में बूचड़खानों पर कार्रवाई हुई है. कहीं बूचड़खानों पर बैन लगा दिया गया है तो कहीं बुलडोजर चलवा दिया गया है. चुनाव के दौरन बीजेपी के संकल्प पत्र में भी बूचड़खानों पर कार्रवाई की बात कही गई थी.
बूचड़खानों पर लगातार हो रही कार्रवाई के दौरान कई जगहों पर मीट की सप्लाई ठप हो गई है. हालात यह हो गए हैं कि कई जगह दावतों में भी अब सिर्फ शाकाहारी खाना परोसा जा रहा है. तीन दिन पहले प्रदेश के कई इलाकों में मीट की दुकानों के साथ-साथ गुस्साए कारोबारियों ने चिकन की दुकाने भी बंद कर दी थी और हड़ताल का एलान कर दिया था.
वैध बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं- यूपी सरकार
हालांकि सरकार ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि कार्रवाई सिर्फ अवैध बूचड़खानों के खिलाफ है. सरकार ने कहा है कि वैध बूचड़खानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. सरकार की ओर से कहा गया है कि वैध लाइसेंस वाले बूचड़खाने चलाने वालों को कोई डरने की जरूरत नहीं है.