लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने निजी सचिव दीपक श्रीवास्तव और अपर निजी सचिव काशीनाथ तिवारी को हटा दिया है. मुख्यमंत्री तक सचिवालय सेवा के इन दो अधिकारियों की शिकायत पहुंची थी.
विशेष रूप से उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआइडीसी) के मुख्य अभियंता, दागी छवि वाले अरुण मिश्र की तरफ से मुख्यमंत्री से मिलने का दावा किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय का कहना है कि अरुण उनसे नहीं मिले, जबकि अरुण बार-बार मिलने की बात दोहरा रहे हैं.
दोनों के हटाए जाने के कई अन्य कारण भी चर्चा में हैं. प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन महेश गुप्ता ने शनिवार को अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया और गोपन में तैनात टीपी जोशी को मुख्यमंत्री के निजी सचिव के पद पर रविवार को तैनाती भी दे दी.
गुप्ता ने दीपक और काशीनाथ के हटाए जाने और जोशी की नियुक्ति की पुष्टि की, लेकिन और किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.