लखनऊ: उत्तर प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने का जिम्मा अब खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उठाने का फैसला किया है. गोरखपुर में उन्होंने साफ साफ कहा कि कानून व्यवस्था के मसले पर किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा और जो लोग कानून हाथ में लेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


सहारनपुर और संभल में हुई वारदातों के बाद योगी सरकार की कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई थी, लेकिन अब योगी आदित्यनाथ ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने का जिम्मा खुद उठाने का फैसला किया है.


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योगी आदित्यनाथ ने कहा है, ‘’कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. थोड़े बहुत कुछ लोग हैं जिनकी आदत अभी सुधरी नहीं है, उन्हें सुधारने के लिए काम किया जा रहा है.  लेकिन कानून को हाथ पर ले करके खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं है.’’


गौरतलब है कि हिंसा की आग में जल रहे सहारनपुर को लेकर राज बब्बर और अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. दूसरी तरफ बीजेपी का आरोप है कि विपक्ष योगी सरकार की छवि खराब करने के लिए साजिश रच रहा है.


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यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच हो रहे इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्यपाल राम नाईक ने इस मुद्दे पर योगी सरकार की जमकर तारीफ की है. योगी राज में सूबे की क़ानून व्यवस्था पहले के मुकाबले और बेहतर हो गई है.


गवर्नर ने क़ानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्षियों का हमला झेल रही योगी सरकार को न सिर्फ क्लीन चिट दी है, बल्कि यह भी कहा है कि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्री इस मामले में गंभीरता से पहल कर रहे हैं. उनके मुताबिक़ फिलहाल क़ानून व्यवस्था को लेकर यूपी में कोई समस्या नहीं है.