लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधान परिषद का चुनाव लड़कर विधानसभा जाएंगे. योगी के अलावा डिप्टी सीएम केशव मौर्या, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा भी विधान परिषद का चुनाव लड़ेंगे. विधान परिषद की चार खाली सीटों पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी गई है.
नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख पांच सितंबर है और नामांकन पत्रों की जांच अगले दिन की जाएगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ सितंबर होगी. वोटिंग 15 सितंबर को होगा और वोटों की गिनती भी उसी दिन होगी. चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद की चार खाली सीटों के लिए 24 अगस्त को चुनाव कार्यक्रम घोषित किया था.
छह महीने के अंदर किसी सदन का सदस्य बनना जरुरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्य सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा फिलहाल राज्य विधान मंडल के किसी भी सदन (विधानसभा या विधान परिषद) के सदस्य नहीं हैं. कार्यभार संभालने के छह महीने के भीतर उनका किसी ना किसी सदन का सदस्य बनना जरूरी है. यह समय सीमा 19 सितंबर को खत्म हो रही है.
विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं अखिलेश-मायावती
सीएम योगी और उपमुख्यमंत्री मौर्य अभी भी लोकसभा सदस्य हैं. यदि योगी विधान परिषद के सदस्य बनते हैं तो वह लगातार तीसरे मुख्यमंत्री होंगे, जो उच्च सदन के सदस्य होंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री रह चुके अखिलेश यादव और मायावती विधान परिषद के ही सदस्य थे.
सपा MLC के इस्तीफों से खाली हुईं थी सीटें
इन चार सीटों पर उपचुनाव होगा, जो विधान परिषद सदस्यों बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, सरोजिनी अग्रवाल और अशोक बाजपेयी (सभी सपा) के इस्तीफों से खाली हुई हैं. चारों विधान परिषद सदस्य बीजेपी में शामिल हो गए हैं
बीएसपी के विधान परिषद सदस्य ठाकुर जयवीर सिंह ने भी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इस तरह इस्तीफा देने वाले विधान परिषद सदस्यों की संख्या पांच हो गई है.