बलिया: योगी सरकार के मंत्री लगातार सरकारी दफ्तरों में औचक निरीक्षण कर रहे हैं. इसी कड़ी में राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी ने बलिया के आरटीओ दफ्तर में, तो वहीं पुलिस ने मेरठ के आरटीओ ऑफिस और राज्यमंत्री अनिल राजभर ने वाराणसी में बन रहे एक फ्लाईओवर का निरिक्षण किया.


बलिया का आरटीओ ऑफिस का हाल


बलिया में आरटीओ दफ्तर में राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी को ना तो आरटीओ अफसर अपनी सीट पर मिले, ना ही उनके सहायक. आरटीओ दफ्तर का औचक निरीक्षण करते समय अचानक मंत्री महोदय की नजर एक बैग पर पड़ी. खोला तो देखा कि फॉर्म का बंडल रखा है. मतलब ऑफिस में दलालों की पौ बारह.


दफ्तर की गंदगी देखकर मंत्री महोदय का पारा और भड़क उठा. आरटीओ के कर्मचारियों को सुधर जाने की नसीहत देकर मंत्री महोदय बाहर निकले तो वहां वो भ्रष्टाचार के एक मामले से रू-ब-रु हुए.



यहां एक शख्स ने अधिकारी पर चार हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया. आरोप लगानेवाले शख्स के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं था, लिहाजा मंत्री महोदय अधिकारी को सख्त चेतावनी देने के अलावा और कुछ नहीं कर सके.


मेरठ में पुलिस ने आरटीओ ऑफिस में मारा छापा


पुलिस ने कल मेरठ के आरटीओ ऑफिस पर छापा मारा. पुलिस के छापे की खबर मिलते ही मौके पर मौजूद दलाल भागने लगे लेकिन पुलिस ने उन्हें धर दबोचा. मेरठ पुलिस का दावा है कि उसने आरटीओ ऑफिस पर छापा मारकर 35 दलालों को गिरफ्तार किया, हालांकि कुछ लोगों का दावा है कि वो आरटीओ ऑफिस आये थे लाइसेंस बनवाने लेकिन पुलिस ने उन्हें भी दलालों के साथ बिठा दिया.



दूसरी तरफ मेरठ पुलिस का दावा है कि आरटीओ ऑफिस में दलाली की समस्या केवल ऑफिस के बाहर नहीं हैं, ऑफिस के अंदर भी है. पुलिस के मुताबिक, आरटीओ ऑफिस के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से ही ये दलाल अपना काम करते हैं.


आरटीओ अफसर ममता शर्मा इस तरह के आरोपों को बेबुनियाद बता रही हैं. उनका दावा है कि मेरठ के दलालों का नेटवर्क दिल्ली तक जुड़ा हुआ है और खुद उनकी सूचना पर दिल्ली से आये दलाल गिरफ्तार हुए थे.


वाराणसी में राज्यमंत्री अनिल राजभर ने फ्लाईओवर का मुआयना किया


योगी सरकार के राज्यमंत्री अनिल राजभर ने वाराणसी में बन रहे एक फ्लाईओवर का मौके पर जाकर मुआयना किया. प्रोजेक्ट में हो रही देरी से नाराज योगी सरकार ने मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई और उन्हें समय से काम पूरा करने के लिए कहा.


योगी सरकार के राज्यमंत्री अनिल राजभर वाराणसी कैंट के सामने बन रहे जिस फ्लाईओवर का मुआयना करने पहुंचे वो फ्लाईओवर डेढ़ साल से बन रहा है, लेकिन वहां अबतक एक पिलर भी नहीं लगा है.


   


प्रोजेक्ट साइट पर काम कर रहे कर्मचारियों की जानकारी लेने के बाद मंत्री महोदय ने राज्य सेतु निगम के उस अधिकारी से फोन पर बात की जिनपर इस फ्लाईओवर की जिम्मेदारी है.  मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने फ्लाईओवर बनाने में आ रही परेशानियों का जिक्र मंत्री जी से किया जिसके बाद उन्होंने सारी परेशानियों को दूर करने की बात कही.