लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को तैयार है. हालांकि अभी सीटों के बंटवारे को लेकर काम चल रहा है और अगले 24 घंटे में अखिलेश यादव कांग्रेस-आरएलडी के साथ एसपी के गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं लेकिन इससे पहले ही एबीपी न्यूज़ ने अखिलेश-राहुल की दोस्ती का फॉर्मूला डिकोड कर लिया है. एक पूरी रिसर्च के बाद हमने आज वो फॉर्मूला आपके लिए पता किया है, जिसके आधार पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटें बंटेंगीं.



अखिलेश की समाजवादी पार्टी से गठबंधन को तैयार कांग्रेस


पिता मुलायम से झगड़े के बाद अखिलेश यादव को साइकिल चुनाव चिन्ह मिलते ही एबीपी न्यूज ने सबसे पहले आपको बताया था कि अब कांग्रेस से यूपी में गठबंधन किसी भी पल तय है. आज पहले इस बात की मुहर यूपी में कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने लगाई. आजाद ने माना कि अखिलेश की समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन हो रहा है और आज कल में दोनों पार्टियों में सीटों के समझौते का एलान होगा.


कांग्रेस से गठबंधन पर बात चल रही है: अखिलेश यादव


इसके बाद अखिलेश यादव ने एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस से गठबंधन पर बात चल रही है. रामगोपाल जी इस पर बात कर रहे है. गठबंधन के फैसला का एलान लखनऊ से होगा. हमारी खबर पर तीसरी मुहर लगाई यूपी में कांग्रेस की तरफ से सीएम पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने. यूपी में कांग्रेस की सीएम दावेदार शीला दीक्षित ने कहा कि मैं नहीं समझती की दो सीएम के चेहरे हो सकते हैं इसलिए मैंने पहले ही कह दिया था कि अगर गठबंधन होगा तो मैं खुद को हटा लूँगी.


गठबंधन में किसे मिलेंगी कितनी सीटें ?


एबीपी न्यूज आपको वो फॉर्मूला बताने जा रहा है, जिसके तहत राहुल गांधी और अजित सिंह की पार्टी के साथ मिलकर अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में चुनाव ल़ड़ने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में कोई कांग्रेस को सवा सौ सीट का अंदाजा ले रहा है, कोई 100 सीट का तो कोई 80 सीट का. तो हम आपको बता रहे हैं कि गठबंधन में किसे मिलेंगी कितनी सीटें ?

  • उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटें हैं.

  • जिसमें 76 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस और आरलएडी 2012 के चुनाव में समाजवादी पार्टी से आगे थे.

  • इन 76 सीटों में से 56 सीटें ऐसी थीं जहां कांग्रेस 2012 में समाजवादी पार्टी से आगे थी.

  • इन 56 सीटों में 28 सीटों पर कांग्रेस जीती थी, 26 सीटों पर कांग्रेस समाजवादी पार्टी से आगे थी, 2 सीटें ऐसी थीं, जहां समाजवादी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा था.

  • 20 सीटें ऐसी थीं, जहां अजित सिंह की पार्टी आरएलडी समाजवादी पार्टी से आगे रही.

  • इसके अलावा 8 सीटें ऐसी थीं, जहां समाजवादी पार्टी चौथे नंबर रही.

  • कांग्रेस को अब 85-90 सीट अखिलेश दे सकते हैं.

  • अजित सिंह को 20 से 22 सीट मिल सकती है.

  • जेडीयू भी महागठबंधन में साथ रहकर 2-3 सीट पा सकती है.

  • यानी कुल 110 से 115 सीटें अखिलेश यादव महागठबंधन को दे सकते हैं.