लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 से लिए राष्ट्रीय लोकदल ने शुक्रवार को पार्टी उम्मीदवारों की आठवीं सूची जारी कर दी. शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय पर आयोजित में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने 20 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. इसके साथ ही आरएलडी द्वारा अब तक 152 प्रत्याशियों की घोषणा की जा चुकी है.


दातगंज विधानसभा क्षेत्र से जितेंद्र सिंह यादव को टिकट


पार्टी द्वारा जारी आठवीं सूची में नकुड विधानसभा क्षेत्र से राम कुमार कश्यप को, सहारनपुर नगर से भूरा मलिक, गंगोह से रजनीश चौहान, ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र से हरपाल सैनी को पार्टी उम्मीदवार बनाया. वहीं मुरादाबाद नगर विधानसभा क्षेत्र से अब्दुल रऊफ मलिक, बिसौली से देशपाल धोबी, बिल्सी विधानसभा क्षेत्र से मनोज उपाध्याय और दातगंज विधानसभा क्षेत्र से जितेंद्र सिंह यादव को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है.


घोसी सीट से देव प्रकाश राय को घोषित किया गया उम्मीदवार


इसी प्रकार बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र से प्रियवन गंगवार (अंशु), मीरगंज से गंगा सिंह वर्मा, नवाबगंज से असलम सैफह और शाहजहांपुरी विधानसभा क्षेत्र से गौरव गौतम को प्रत्याशी बनाया है. बालामऊ विधानसभा क्षेत्र से राजेश्वरी राजवंशर, बिधुना से विष्णु प्रताप सिंह चौहान, फतेहपुर सदर से विक्रम सिंह लोधी और बांसी विधानसभा क्षेत्र से सुधीर किसान को आरएलडी ने उम्मीदवार बनाया है. साथ ही पिपराइच विधानसभा क्षेत्र से अनुपमा आर्या, खड्डा से धनंजय सिंह पहलवान, हाटा से अंशुमन सिंह और घोसी विधानसभा क्षेत्र से देव प्रकाश राय को उम्मीदवार घोषित किया गया है.


गौरतलब है कि आरएलडी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची में 10 उम्मीदवारों की घोषणा की थी. उसके बाद दूसरी सूची में 35 तो तीसरी में 18, चौथी सूची में 10 व पांचवीं सूची में 12 उम्मीदवारों की घोषणा की थी. वहीं छठी में 27, सातवीं में 22 और आठवीं में 20 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. पार्टी अब तक 152 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है.



बीजेपी से नहीं मिलाएंगे हाथ: अजित सिंह


आरएलडी प्रमुख अजित सिंह ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है लेकिन वह बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे. अजीत सिंह ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में जनता बदलाव चाहती है. गरीब, किसान, नौजवान हर वर्ग परेशान है. वर्तमान एसपी सरकार विज्ञापनों में विकास के दावे कर रही है लेकिन दरअसल कोई विकास नहीं हुआ है.’’ उन्होंने सवालों के जवाब में कहा कि बीजेपी के साथ आरएलडी हाथ नहीं मिलाएगी.


अजीत सिंह से जब पूछा गया कि एसपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात क्यों टूटी, तो सिंह ने कहा कि उन्होंने भी अखबारों और चैनलों में इस बारे में खबरें देखी हैं लेकिन गठबंधन को लेकर उनकी किसी से बात नहीं हुई. मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इस सवाल पर अजित सिंह ने जयंत चौधरी का नाम लिया, जो उनके बेटे हैं.