सहारनपुर: सहारनपुर में फिर दलित युवकों पर हमला हुआ है. जिसमें आशीष नाम के एक युवक की मौत हो गई. कल फिर दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के आरोप में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. योगी सरकार ने मृतक आशीष के परिजनों को 15 लाख और सभी घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता के रूप में दिए जाने की घोषणा की है. ये घटना तब हुई जब मायावती पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए सहारनपुर पहुंचीं थी.


सहारनपुर में दलित समझकर प्रजापति समाज के दो लोगों पर हमला, एक को मारी गोली


शांति बहाली सुनिश्चित करेंगे अधिकारी- सीएम योगी


राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि छह वरिष्ठ अधिकारियों के दल को जल्द ही सहारनपुर पहुंचने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये अधिकारी शांति बहाली सुनिश्चित करेंगे. इस दल में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आदित्य मिश्रा, महानिरीक्षक एसटीएफ अमिताभ यश और डीजी (सुरक्षा) विजय भूषण शामिल हैं.



मायावती ने लगाए बीजेपी सरकार पर आऱोप


कल सहारनपुर पहुंची बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा, ‘’बीएसपी दलितों की ही नहीं सबकी पार्टी है. हम समानता लाना चाहते हैं. बीजेपी लड़ाना चाहती है. आप लोगों को आपस में नहीं लड़ना चाहिए.’’


दलितों और ठाकुरों के बीच हिंसा की आग झेल रहे सहारनपुर का दौरा करने पहुंची बीएसपी प्रमुख मायावती ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया और लोगों से हिंसा न करने की अपील की. लेकिन मायावती की इसी सभा से लौट रहे दलितों पर फिर जानलेवा हमला हो गया.


दलितों पर हमला, एक की गोली मारकर हत्या


पुलिस के मुताबिक, मायावती की सभा से 5-6 दलित गाड़ी में सवार होकर लौट रहे थे. आरोप है कि तभी उन पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. एक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जबकि बाकियों को तलवार से मारकर घायल कर दिया गया.



दलितों पर हमले की इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी, एसटीपीएफ के आईजी और एसएसपी के साथ बैठक बुलाई.


क्या है मामला


यूपी का सहरानपुर दलित और ठाकुरों के बीच हिंसा को लेकर चर्चा में हैं. पांच मई को यहां महाराणा प्रताप शोभायात्रा के दौरान दोनों गुटों में झड़प हुई थी. झड़प में एक युवक की मौत होने के बाद कई दलितों के मकान जला दिए गए. बीएसपी प्रमुख मायावती आज हिंसा के इन्ही दलित पीड़ित लोगों से मिलने पहुंची थी.


सहारनपुर हिंसा पर हो रही है राजनीति!


सहारनपुर की हिंसा पर किस हद तक राजनीति हो रही है. ये मायावती के इस बयान से आपको अंदाजा लग जाएगा. मायावती ने कहा था, ‘’मुझे हेलीकॉप्टर से आने देते तो आप को इतनी कसरत नहीं करनी पड़ती जितनी अब करनी पड़ी आप को मुझे 6 से 7 घंटे लगे मेरा तो राजनैतिक फ़ायदा हो गया, लेकिन मैं मोदी जी को बताना चाहती हूं कि अम्बेडकर को मानने वालों को कोई संग्रालय नहीं सम्मान चाहिए.’’


सहरानपुर में हिंसा पर योगी सरकार कार्रवाई का भरोसा दे रही है. लेकिन जिस तरह यहां बार-बार हमले हो रहे हैं. वो विरोधियों को सीएम योगी पर सवाल उठाने का मौका तो दे ही रहे हैं.