वाराणसी: यूपी के वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पार्सल घर में पिछले पिछले 20 सालों से एक पार्सल पड़ा हुआ है. इस पार्सल में लावारिस एक्सपायरी कारतूस हैं. जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. पेटी में भरी लगभग 500 कारतूस गोलियां एक्सपायरी होने की वजह से खुद-ब-खुद गलने लगी हैं.


1996 में यहां आई थी कारतूस की पेटी


खबरों के मुताबिक साल 1996 में कारतूस की इस पेटी को टिकट पार्सल श्रेणी में बुकिंग करवाया गया था, लेकिन पार्सल पर नाम पता साफ़ नहीं होने की वजह से उसे रेलवे ने नहीं भेजा और ना ही इस पार्सल को कोई लेने आया. जिसकी वजह से अभी तक यह रेलवे के पार्सल विभाग में पड़ा हुआ है. एक्सपायरी गोलियों के फटने या उनमें विस्फोट होने के डर से रेलवे के कर्मचारी सहमे हुए हैं. सुरक्षा की दृष्टी से इस पार्सल को गोदाम में बने एक अलग कमरे में रख दिया गया है.


कारतूस जैसी चीजों को रेलवे नहीं करता नीलाम


कैंट रेलवे स्टेशन के पार्सल सुपरवाइजर अब्दुल कलाम खान ने बताया कि यह कारतूस बैंगलोर के सिटी बुकिंग एजेंसी से साल 1996 में आया था. अब तक इसे कोई लेने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि यह पार्सल यहां मेरे ज्वॉइन करने के पहले से पड़ा हुआ है. यहां मेरी नियुक्ति साल 2008 में हुई थी. जबकि या पार्सल साल 1996 से ही यहां पड़ा हुआ है. अब्दुल ने बताया कि रेलवे में अगर किसी पार्सल को 6 महीनो तक कोई लेने नहीं आता तो उसे रेलवे नीलाम कर देता है, लेकिन कारतूस जैसी चीजों को रेलवे नीलाम नहीं करता.


रेलयात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सबसे पहले जरुरी


वाराणसी के एसएसपी नितिन तिवारी ने इस विषय पर बात करने पर कहा कि कैंट रेलवे स्टेशन के पार्सल घर में इतने दिनों से लावारिस हालत में पड़े कारतूस का मामला गंभीर है. यह खतरनाक भी है क्योंकि यह एक्सपायरी भी हो चुका है. यह पार्सल किसके नाम से आया उसे भी पता किया जायेगा. अगर बेनामी या गलत पते पर होगा तब इसके निस्तारण की प्रक्रिया के तहत कार्यवाई किया जायेगा. पार्सल के लिए डिस्पोजल नोटिफिकेशन भी जारी किया जायेगा. उन्होंने कहा कि रेलयात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सबसे पहले जरुरी है.