नई दिल्ली: केंद्रीय उर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने आज उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार पर राज्य में ‘‘एक समुदाय’’ के लोगों को बिजली का कनेक्शन देने में भेदभाव करने के आरोप लगााए. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुरादाबाद से बीजेपी के सांसद सर्वेश कुमार सिंह ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार उनके संसदीय क्षेत्र में ‘‘एक समुदाय विशेष’’ के लोगों को ही बिजली का कनेक्शन दे रही है और दूसरे समुदाय के लोगों को कनेक्शन देने से इंकार किया जा रहा है.
उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्देश
मंत्री ने जब राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी तो उसने भेदभाव से इंकार किया. लेकिन सांसद ने तब प्रधानमंत्री से संपर्क किया जिन्होंने इसकी जांच के लिए उर्जा मंत्रालय को उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्देश दिया.
गोयल ने कहा, ‘‘समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मुरादाबाद में कई इलाके हैं जहां बिजली कनेक्शन देने में भेदभाव हो रहा है..यह गंभीर समस्या है.’’ उन्होंने दावा किया कि बाद में कई जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की कि उत्तर प्रदेश में अपने क्षेत्रों में उन्हें इस तरह की समस्याएं आ रही हैं.
कई इलाकों में आठ से दस घंटे तक बिजली की कटौती
वाराणसी में बिजली की स्थिति के बारे में गोयल ने कहा कि एक गैर सरकारी संगठन की तरफ से मुहैया कराए गए आंकड़े में दिखता है कि प्रधानमंत्री के कई इलाकों में आठ से दस घंटे तक बिजली की कटौती लगती है. उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दावे को झुठलाता है कि वाराणसी में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति होती है.
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार पर धर्म के आधार पर बिजली आपूर्ति में भेदभाव करने के आरोप लगाए थे. गोयल ने दावा किया कि अगस्त 2016 से राज्य सरकार ने यह सूचना देना बंद कर दिया कि राज्य के विभिन्न फीडर में बिजली की कितनी आपूर्ति हो रही है.