तीन तलाक पर सीएम योगी का बड़ा फैसला, मुस्लिम महिलाओं के लिए आश्रम खोलेगी यूपी सरकार
लखनऊ: तीन तलाक की पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. यूपी सरकार ने ऐसी महिलाओं के लिए आश्रम खोलने का फैसला किया है जिसमें इन महिलाओं के रहने और उनके रोजगार की व्यवस्था होगी. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद तीन तलाक की शिकार कई महिलाओं ने उनसे मदद की गुहार की थी .
आश्रम में रोजगार की भी दी जाएगी सुविधा
योगी सरकार ने इन महिलाओं के लिए वैसे ही आश्रम खोलने का फैसला किया है जैसे आश्रम विधवाओं के लिए बने हुए हैं. ऐसे आश्रमों में पीड़ित महिलाओं के रहने और खाने पीने के साथ उनके बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था होगी. साथ ही उनको सिलाई, कंप्यूटर और स्व-रोजगार की भी सुविधा दी जाएगी ताकि वो फिर से अपने पैरों पर खड़ी हो सकें.
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वक्फ की जमीन की जांच पड़ताल कर रही है सरकार
पूरे राज्य में इस तरह के आश्रम बनाने के लिए योगी सरकार वक्फ की जमीन की जांच पड़ताल कर रही है. बता दें कि तीन तलाक के मुद्दे को द्रोपदी के चीरहरण से जोड़ते हुए योगी आदित्यनाथ ने इसके खिलाफ सभी से आवाज उठाने की अपील की है.
मुस्लिम औरतों की मदद के लिए योगी सरकार बना रही है ये प्लान
तीन तलाक से पीड़ित एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
सोशल मीडिया पर आजकल एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक महिला योगी सरकार की तारीफ करते हुए धमकी दे रही है कि अगर तीन तलाक के सहारे महिलाओं पर इसी तरह अत्याचार होता रहा तो फिर वो हिंदू लड़कों से शादी कर लेंगी. ये मुस्लिम महिला तीन तलाक के मुद्दे पर योगी सरकार के रूख की जबरदस्त तारीफ कर रही है.
बहन के लिए न्याय की गुहार लगा रही है महिला
एबीपी न्यूज की जांच में पता चला है कि इस महिला की बहन के पति ने तीन दिन पहले उन्हें तलाक दिया है. वीडियो वाली महिला की बहन ने इस बारे में स्थानीय कोतवाली में लिखित शिकायत भी दी है. आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने पहले तो दहेज़ के लिए दबाव बनाया और फिर उसके पति का इसी साल इसी महीने 16 अप्रैल को दूसरा निकाह कर दिया है, जिसके लिए उसके पति ने उसे तीन बार तलाक कहकर छोड़ दिया.
तीन तलाक की अमानवीय प्रथा से नाराज है महिला
यही वजह है कि वीडियो वाली महिला अपनी बहन के साथ हुए अन्याय के खिलाफ खुद के धर्म और तीन तलाक की अमानवीय प्रथा से इस कदर नाराज हैं. अपने समाज के कट्टरपंथियों से बचने के लिए इस महिला ने अपनी पहचान उजागर नहीं कि लेकिन एबीपी न्यूज से उसने कहा कि उसने ये बात बिना किसी दबाव या लालच में कहा है और वो अपनी बात पर अडिग है.