इलाहाबाद: समाजवादी पार्टी के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद अतीक अहमद ने खुद को इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल से देवरिया जेल शिफ्ट किये जाने के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी है और अदालत से इस मामले में दखल देने की मांग करते हुए फैसले पर रोक लाए जाने की मांग की है. इस मामले की आज सुनवाई होनी है.


अलग-अलग अदालतों में चल रही है मुकदमों की सुनवाई


अतीक का कहना है कि यह फैसला उन्हें परेशान करने वाला है, क्योंकि उनके खिलाफ दर्ज ज़्यादातर मुकदमों की सुनवाई इलाहाबाद की अलग-अलग अदालतों में चल रही है. अतीक ने इस मामले में कोर्ट से मंजूरी लिए बिना खुद को देवरिया जेल शिफ्ट किये जाने को अदालत की अवमानना भी करार दिया है और ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की है.


नैनी सेन्ट्रल जेल से देवरिया जेल में किया गया शिफ्ट


चीफ जस्टिस डीबी भोंसले और जस्टिस यशवंत वर्मा की डिवीजन बेंच ने इस मामले में यूपी सरकार से यह बताने को कहा है कि आखिर अतीक को किसके आदेश से और किन वजहों से इलाहाबाद की नैनी सेन्ट्रल जेल से देवरिया जेल में शिफ्ट किया गया है.


गौरतलब है कि यूपी में योगी सरकार बनने के बाद बाहुबली छवि के कई लोगों को दूसरी जेलों में शिफ्ट किये जाने का आदेश हुआ है. इसके तहत अतीक को दो अप्रैल की रात को इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल से देवरिया के लिए भेजा गया था.


शियाट्स यूनिवर्सिटी में गुंडागर्दी और मारपीट का आरोप


इलाहाबाद की शियाट्स एग्रीकल्चर डीम्ड यूनिवर्सिटी में गुर्गों के साथ गुंडागर्दी करने और टीचर्स के साथ मारपीट करने के मामले में इलाहाबाद पुलिस ने 11 फरवरी को अतीक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.