लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश से शराबोर रहे. लगभग पूरे सूबे में हुई इस वर्षा से किसानों के चेहरे खिल गए हैं.जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से घाघरा और शारदा नदियां उफान पर हैं.


आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून उत्तर प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय हो गया है और पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के ज्यादातर स्थानों पर बारिश हुई. कुछ स्थानों पर तो भारी से बहुत भारी वर्षा भी हुई.


इस अवधि में उरई में सबसे ज्यादा 21 सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गई. इसके अलावा आगरा और मथुरा में 15-15, जालौन में 14, आगरा में 13, बरेली में 11, अकबरपुर, हमीरपुर और महरौनी में 10-10, शाहगंज, औरैया, बागपत, मौदहा और खैरागढ़ में नौ-नौ सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई. इसके अलावा राज्य के अन्य विभिन्न हिस्सों में भी रिमझिम फुहारें पड़ीं.


इंद्रदेव की इस मेहरबानी से जहां तापमान में खासी गिरावट आई है, वहीं किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं. जून-जुलाई महीने के शुरू में अपेक्षा से बहुत कम बारिश होने के कारण धान और अन्य फसलों की बोआई को लेकर किसान चिंतित थे. मगर इस बारिश से उन्हें राहत मिली है.


हालांकि केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से घाघरा और शारदा नदियां उफना गई हैं. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान को पार कर गई है, जबकि अयोध्या और तुर्तीपार में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच रहा है. शारदा नदी पलियाकलां में खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है. वहीं, शारदानगर में भी यह लाल चिह्न के करीब पहुंच रही है.


पिछले 24 घंटों के दौरान मेरठ, आगरा, मुरादाबाद और इलाहाबाद में दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई. वाराणसी, इलाहाबाद, झांसी, आगरा और फैजाबाद मंडलों में यह सामान्य से काफी नीचे रहा. अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के ज्यादातर इलाकों में बारिश होने का अनुमान है.