लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी के मंत्री की वीआईपी कल्चर की वजह से लखनऊ में मरीजों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है. कल यूपी के खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज कराने गए थे. इस दौरान जैसे ही मंत्री का सुरक्षा गार्ड अंदर गया एमआरआई मशीन की मैग्नेटिक फील्ड ने पिस्टल अंदर खींच ली, जिसके बाद पिस्टल मशीन में चिपक गई.


दरअसल कल लखनऊ में मंत्री सत्यदेव पचौरी का एमआरआई टेस्ट कराया गया था. इसके लिए मंत्री जी को उस कमरे में ले जाया गया जहां ये टेस्ट होता है. नियम के मुताबिक इस कमरे में कोई भी धातु नहीं ले जाई जा सकती. मंत्री जी का गार्ड पहले तो कमरे के बाहर था लेकिन थोड़ी देर में ही मना करने के बावजूद लोड की हुई पिस्टल के साथ अंदर चला गया.



जैसे ही मंत्री का सुरक्षा गार्ड अंदर गया एमआरआई मशीन की मैग्नेटिक फील्ड ने पिस्टल अंदर खींच ली और पिस्टल मशीन में चिपक गई. अब मशीन काम नहीं कर रही है और मरीज परेशान हैं. बताया जा रहा है कि मशीन को ठीक करने में करीब दस दिन लग जाएंगे और इसको ठीक करने में करीब 40 से 50 लाख रुपए का खर्च आएगा.



अस्पताल का कहना है कि पिस्टल भरी हुई है जिसको हटाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक दीपक मालवीय ने कहा कि लखनऊ में इस तरह ही मशीन बहुत कम है. ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.