लखनऊ: राजधानी लखनऊ में शनिवार को कुछ वकीलों द्वारा अधिकारियों की पिटाई कर दिये जाने के मामले में तत्काल कार्यवाही की मांग करते हुए उत्तर प्रदेश प्रादेशिक सेवा (पीसीएस) संघ ने धमकी दी है कि यदि अभियुक्तों की गिरफ्तारी न हुई तो सोमवार से पीसीएस अधिकारी हड़ताल पर चले जायेंगे. प्रदेश में पीसीएस अधिकारियों की संख्या 1100 से अधिक है.
पीसीएस संघ के महासचिव पवन गंगवार ने बताया, ‘‘अधिकारियों के साथ मारपीट का मामला बहुत गंभीर है. यदि सोमवार तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो प्रदेश के सभी पीसीएस अधिकारी हडताल पर चले जायेंगे. यह फैसला आज संघ की बैठक में लिया गया है.’’
SSP के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग
गंगवार ने कहा कि इस मामले में दो अधिवक्ताओं के खिलाफ नाम से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है और अन्य की पहचान सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से की जा सकती है. यह भी कहा कि संघ ने इस प्रकरण में पुलिस की निष्क्रियता के विरोध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग की है.
प्रकरण कल का है, ‘जब किसी मामले में विवाद हो जाने के बाद कुछ अधिवक्ताओं ने जिला कचहरी अपर नगर मजिस्ट्रेट और तीन अन्य अधिकारियों के साथ मारपीट की और उपजिलाधिकारी के आफिस में तोड़फोड़ की.’
दो अधिवक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
इस मामले में लखनऊ बार एसोसिएशन के एक पदाधिकारी समेत दो अधिवक्ताओं के खिलाफ नाम से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, जबकि अधिवक्ताओं ने अपर जिलाधिकारी (वित्त) निधि श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी (पश्चिम) जयशंकर दुबे और अपर सीटी मजिस्ट्रेट तीन अनिल कुमार सिंह के खिलाफ जवाबी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
पुलिस के मुताबिक, जांच के बाद अधिकारियों के खिलाफ दर्ज करायी गयी प्राथमिकी खारिज कर दी गयी है.